Afghan Refugees: पाकिस्तान से अफगान रिफ्युजियों को वापस भेजने का मुहिम तेज हो गया है और अब ईरान ने भी जबरन निर्वासन शुरू कर दिया है. एक शरणार्थी ने अफगानिस्तान लौटने को लेकर चिंता व्यक्त की. पूरी खबर पढ़ने के लिए नीचे स्क्रॉल करें.
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Afghan Refugees: अफगानिस्तान से एक बड़ी खबर आ रही है. 20 हजार से ज्यादा अफगान रिफ्युजी ईरान में दाखिल होना चाहते थे, लेकिन सुरक्षाबलों ने सभी रिफ्युजी को हिरासत में लिया और अफगानिस्तान वापस भेज दिया है. तालिबान के एक कमांडर ने इस खबर की तस्दीक की है. उन्होंने कहा, "ईरानी सुरक्षाबलों ने अवैध रूप से ईरान में दाखिल होने वाले 21,407 अफगान रिफ्युजियों को हिरासत में लिया और वापस अफगानिस्तान भेज दिया है."
अफगानिस्तान के खुरासान रजावी बॉर्डर पर तैनात कमांडर माजिद शुजा ने कहा, इन रिफ्युजियों की पहचान पिछले नौ दिनों के दौरान की गई थी, जब वे अवैध तरीके से ईरान में दाखिल होना चाह रहे थे.
खामा प्रेस की रिपोर्ट के मुताबिक, "शुजा ने कहा कि रिफ्युजियों को दोघरुन जिले में तालिबान के प्रतिनिधि को सौंप दिया गया है. मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक, 2023 के पहले छह महीनों में 328,000 से ज्यादा अफगान रिफ्युजियों को ईरान से निर्वासित किया गया है. अफगान रिफ्युजियों का निर्वासन ईरान लौटने वाले अफगानों की रिपोर्टों के बाद किया गया है, जिसमें इशारा किया गया है कि उनमें से कुछ को, यहां तक कि आधिकारिक निवास परमिट के साथ भी, हिरासत में लिया गया और वापस उन्हें अफगानिस्तान भेज दिया गया है.
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, पिछले हफ्ते, ईरान में अफगान रिफ्युजियों ने पुलिस के जरिए गिरफ्तारी और उत्पीड़न में वृद्धि के बारे में चिंता जताई थी. तालिबान ने पड़ोसी देशों से अफगान शरणार्थियों को को वापस नहीं भेजने की गुजारिश की थी. टोलो न्यूज के मुताबिक, तालिबान के प्रवक्ता जबीहुल्ला मुजाहिद ने कहा, "रिफ्युजियों को जबरदस्ती वापस न करें और उनके साथ गलत व्यवहार न करें. ईरान और पाकिस्तान को हमारा संदेश रिफ्युजियों के प्रति सहिष्णु होना है, दमनकारी नहीं होना और उत्पीड़न को रोकना है."
पाकिस्तान से अफगान रिफ्युजियों को वापस भेजने का मुहिम तेज हो गया है और अब ईरान ने भी जबरन निर्वासन शुरू कर दिया है. एक शरणार्थी ने अफगानिस्तान लौटने को लेकर चिंता व्यक्त की. ईरान में अफगान शरणार्थियों के रक्षकों के एक सदस्य, इनायतुल्ला अलोकोज़े ने कहा, "ईरान से अफगान रिफ्युजियों का जबरन निकाला जा रहा है."
वहीं, पाकिस्तान की अंतरिम सरकार ने 1 नवंबर को अफगान रिफ्युजियों को अपने मुल्क से जबरन निकालने का फैसला लिया है, तब से पाक 2 लाख से ज्यादा अफगान रिफ्युजियों को अफगानिस्तान भेजा जा चुका है.
रोहिंग्या मुसलमानों का एक समुदाय है. जो म्यांमार के रखाइन प्रांत की एक बड़ी आबादी है, लेकिन दशकों से म्यांमार में इन्हें जुल्म का शिकार होना पड़ा है. यहां 2012 में जबरदस्त हिंसा शुरू हो गई, जिससे लाखों लोगों को भारत और बंग्लादेश में शरण लेना पड़ा, लेकिन समय-समय पर रोहिंग्या मुसलमानों को लेकर मुल्क में सियासत होती रहती हैं. सरकार उन्हें भी वापस भेजने की तैयारी कर रही है.
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