जकार्ताः गहरे समुद्र में आए भीषण भूकंप के प्रभाव से पूर्वी इंडोनेशिया में कई इमारतें क्षतिग्रस्त हो गईं. भूकंप के झटके उत्तरी ऑस्ट्रेलिया में भी महसूस किए गए. ‘नेशनल डिजास्टर मिटिगेशन एजेंसी’ ने बताया कि इंडोनेशिया के तानिमबार द्वीप और दक्षिण-पश्चिम मलुकु जिलों में दो स्कूल भवनों और 124 मकानों को नुकसान पहुंचा है.
तेज झटकों से कई मकान क्षतिग्रस्त
एजेंसी के प्रवक्ता अब्दुल मुहारी ने एक बयान में बताया, ‘‘स्थानीय निवासियों को तीन से पांच सेकेंड तक भूकंप के तेज झटके महसूस हुए. झटका महसूस होने पर लोगों में डर फैल गया और वे घरों से बाहर निकल आए.’’ भूकंप का केन्द्र तानिमबार द्वीपसमूह के पास बांदा सागर में था जहां की आबादी करीब 1,27,000 है. 7.6 तीव्रता के इस भूकंप के झटके को पापुआ और पूर्वी नुसा तेंगारा प्रांतों सहित उत्तरी ऑस्ट्रेलिया में भी महसूस किया गया.
मौसम विभाग ने जारी की थी चेतावनी
इंडोनेशिया की मौसम विज्ञान, जलवायु विज्ञान एवं भूभौतिकीय एजेंसी ने 7.6 की तीव्रता के भूकंप के बाद सूनामी की चेतावनी जारी की थी, जिसे तीन घंटे बाद वापस ले लिया गया. एजेंसी के प्रमुख द्विकोरिता कर्णावती ने बताया, ‘‘भूकंप के केन्द्र के पास मौजूद समुद्री लहरों को मापने वाले उपकरणों के आंकड़ों के अनुसार, समुद्री जलस्तर में कोई बदलाव या अन्य कोई दिक्कत नजर नहीं आ रही है.’’
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अमेरिकी भूवैज्ञानिक सर्वेक्षण के अनुसार, भूकंप का केंद्र ऑस्ट्रेलिया के उत्तरी छोर के पास 105 किलोमीटर की गहराई में था. भूकंप का केंद्र गहराई में होने पर उससे सतह पर नुकसान कम होता है, लेकिन इसके झटके अधिक बड़े क्षेत्र में महसूस किए जाते हैं. ‘जियोसाइंस ऑस्ट्रेलिया एजेंसी’ के अनुसार, डार्विन शहर सहित उत्तरी ऑस्ट्रेलिया के विभिन्न स्थानों पर 1,000 से अधिक लोगों ने भूकंप के झटके महसूस किए. ‘द ज्वॉइंट ऑस्ट्रेलियन सूनामी वॉर्निंग सेंटर’ के अनुसार, भूकंप से मुख्य भूमि या किसी द्वीप या क्षेत्र को सूनामी का खतरा नहीं है.
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