एक पुजारी को जिंदा जला दिया गया. लेकिन किसी ने आवाज तक नहीं उठाई. राहुल-प्रियंका हाथरस में जाकर खूब इंसाफ की आवाज लगा रहे थे. लेकिन जब कांग्रेस शासित राज्य में एक पुजारी को मारा गया. तब ना इंसाफ की आवाज आई. और ना ही घड़ियाली आंसू निकले
भारत की राजनीति के सबसे सफल मौसम वैज्ञानिक माने जाने वाले नेता रामविलास पासवान अब इस दुनिया में नहीं हैं. गुरुवार शाम को दिल्ली में उनका निधन हो गया था.
राज्य मंत्री स्वतंत्र प्रभार स्वाति सिंह ने नायब तहसीलदार मनीष त्रिपाठी को फटकारते हुए कहा था कि....तुम नायब तहसीलदार हो या गुंडा. इसके विरोध में और नायब तहसीलदार के समर्थन में वकील और राजस्व कर्मी आ गए हैं.
भाजपा (BJP) छोड़कर कांग्रेस में जाने वाले नवजोत सिंह सिद्धू (Navjot Singh Siddhu)अब वहां बेइज्जत किये जा रहे हैं. पंजाब के प्रभारी ने उन्हें पार्टी का हिस्सा मानने से भी इनकार कर दिया.
उत्तर प्रदेश के हाथरस में सियासी पार्टियां और मीडिया का जमावड़ा लगा हुआ है. निश्चित तौर पर पीड़िता को इंसाफ मिलना भी चाहिए, लेकिन जब कांग्रेस के सामने ये सवाल उठता है कि उन्हें बलरामपुर की पीड़िता क्यों नहीं याद आई, तो दलील ये सामने आई कि दूरी के चलते बलरामपुर नहीं गए. लेकिन क्या आपको बलरामपुर और हाथरस की घटना का सच मालूम है?
योगी आदित्यनाथ (CM Yogi) ने जब से उत्तर प्रदेश (Uttar Pradesh) की सत्ता संभाली है, तब से उन पर जातिवादियों का प्रहार जारी है. उन्हें अलग-अलग समुदायों का विरोधी बताकर संकीर्ण जातिवादी साबित करने की कोशिश की जा रही है. हिंदुत्व के योद्धा के खिलाफ ये कुत्सित प्रयास लगातार जारी है.
आखिरकार हाथरस केस का असल सच क्या है? इस सवाल का जवाब हर कोई ढूंढ रहा है. लेकिन इस बीच ज़ी हिन्दुस्तान ने EXCLUSIVE पड़ताल में बहुत बड़ी साजिश का खुलासा किया है..
उत्तर प्रदेश के हाथरस में सियासी गणित लगाने वालों ने फूट का नया अध्याय शुरू किया है, जिसका नाम 'दलित विरोधी' है और कुछ सियासतदान दलित हितैषी बन रहे हैं..
डीके शिवकुमार और उनके सांसद भाई डीके सुरेश बड़ी मुश्किल में फंस गए हैं. भ्रष्टाचार और अनियमितताओं के चलते उनके 15 ठिकानों पर केंद्रीय अन्वेषण ब्यूरो (CBI) की छापेमारी हुई.
हाथरस मामले (Hathras Case) को लेकर सभी राजनीतिनक पार्टियों ने अपने स्तर से सरकार के खिलाफ मोर्चा खोल रखा है. इसी कड़ी में उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ (CM Yogi Adityanath) ने चुप्पी तोड़ते हुए विपक्ष को करारा जवाब दिया.
मोदी सरकार के द्वारा लाये गए कृषि कानून (Agriculture Bills) का कांग्रेस द्वारा जमकर विरोध किया जा रहा है. इसके विरोध में कांग्रेस नेता राहुल गांधी (Rahul Gandhi) ने पंजाब में खेती बचाओ यात्रा निकाली.
रामविलास पासवान (Ramvilas Paswan) की तबीयत अचानक बिगड़ गयी है. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, अमित शाह समेत कई बड़े नेताओं और वरिष्ठ मंत्रियों ने चिराग पासवान को फोन करके उनके पिता का हालचाल जाना
हाथरस मामला सामने आते ही कांग्रेस इसे लपकने मैदान में आ गई. बल्कि शीर्ष नेता राहुल गांधी और प्रियंका वाड्रा हाथरस जाने की तैयारी करने लगे. उनके गिरने आदि की फोटो सामने आई. लेकिन इस मामले में सामने आई ऑडियो क्लिप अगर सच निकलती है तो यह पार्टी का ही स्तर गिरा देगी.
उत्तरप्रदेश में कांग्रेस की स्थिति बहुत बुरी है. हाथरस में हुए वीभत्स कांड को कांग्रेस अपनी सियासत के लिए इस्तेमाल कर रही है. Rahul Gandhi ने दोबारा हाथरस जाने की बात कही है.
हाथरस में युवती से गैंगरेप और हत्या को लेकर प्रदेश में राजनीति गर्म है. इंसाफ की आड़ में नेता चुनावी फसल काटने की जुगत में हैं. हाथरस से लेकर लखनऊ और दिल्ली तक विरोध प्रदर्शन और हंगामे का दौर जारी है. सवाल ये है कि सिर्फ हाथरस ही क्यों.
हाथरस में हुए बलात्कार पर विपक्षी पार्टियां जमकर राजनीति कर रही हैं. राहुल गांधी गुरुवार को हाथरस जाना चाहते थे लेकिन पुलिस ने उन्हें जाने नहीं दिया था और हिरासत में ले लिया था.
दिल्ली से 200 किलोमीटर दूर एक मां बदहवासी के आलम में इंसाफ के लिए तरस रही है. उसी इंसाफ की तराजू पर एक बड़ी पार्टी के नेता अपने सियासी वजन को तोलने निकल पड़े. हमदर्दी और हल्लाबोल के कॉकटेल से सजी राजनीति का खूब ड्रामा देखने को मिला. जिसमें दर्द कम दिखावा ज्यादा था. पुलिस से भिड़े, बयानबाजी की और लौट आए. क्योंकि सियासत जरुरत के मुताबिक अपने अंजाम तक पहुंच चुकी थी.