राज्य सरकार ने गुरुवार को प्रशासनिक फेरबदल में संजय प्रसाद को अतिरिक्त प्रभार प्रमुख सचिव सूचना विभाग बनाया गया है. जबकि बाबू लाल मीना को प्रमुख सचिव समाज कल्याण का पदभार सौंपा गया है.
हाथरस (Hathras) में एक लड़की के साथ हुई दरिंदगी ने पूरे देश को हिलाकर रख दिया. योगी सरकार ने इसके लिए SIT का गठन करके जांच भी शुरू कर दी है लेकिन मामला UP का है, इसलिए राहुल गांधी और प्रियंका गांधी ने राजनीति भी तेज कर दी है.
देश को ड्रग के नशे से बचाने के लिए भाजपा सांसद रवि किशन (Ravi Kishan) ने ये मुद्दा देश की संसद में उठाया. इसके बाद उन्हें ड्रग माफियाओं से धमकी मिलने लगी थीं.
अयोध्या (Ayodhya) में विवादित ढांचा विध्वंस केस में 28 साल बाद आखिरकार सीबीआई की विशेष अदालत (CBI Court) ने फैसला सुना ही दिया. लेकिन 1992 के बाद राम मंदिर (Ram mandir) से जुड़ी हर खबर पर सियासी शोर लाज़मी है.
अभिनेत्री कंगना रनौत (Kangna Ranaut) और शिवसेना नेता संजय राउत के बीच चल रही तकरार अब मुम्बई उच्च न्यायालय (Mumbai High court) तक पहुंच चुकी है. इस मामले पर आज सुनवाई भी हुई.
IPL के 13 वें सीजन में राजस्थान रॉयल्स के लिए संजू सैमसन (Sanju Samsan) लगातार मैच जिताऊ पारियां खेल रहे हैं. उन्होंने पंजाब के खिलाफ 85 रनों की जबरदस्त पारी खेली.
राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी के मुखिया (NCP) शरद पवार (Sharad Pawar) ने रविवार को महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे से मुलाकात की. इसके बाद एक बार फिर चर्चा निकल पड़ी कि क्या महाराष्ट्र में सब ठीक है.
महाराष्ट्र (Maharashtra) की राजनीति में अचानक हलचल उस समय तेज हो गयी जब एक होटल में पूर्व मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस (Devendra Fadanvis) और शिवसेना नेता संजय राउत के मुलाकात की खबरें जोर पकड़ रही थीं.
शुक्रवार शाम को खबरें आईं कि महाराष्ट्र पूर्व सीएम देवेंद्र फडणवीस और शिवसेना नेता संजय राउत ने होटल में मुलाकात की. इसके बाद से चर्चाओं के बाजार गर्म है. हालांकि भाजपा ने ट्वीट करके मुलाकात की वजह बताई है.
NCP नेता अजित पवार (Ajit Pawar) इस समय महाराष्ट्र के उप मुख्यमंत्री हैं और उन्होंने उद्धव ठाकरे सरकार में उपमुख्यमंत्री बनने से पहले देवेंद्र फडणवीस के साथ भी सरकार बनाई थी.
ममता बनर्जी पर तुष्टिकरण की राजनीति का आरोप अक्सर लगता है. जिसे मिटाने के लिए वह कुछ धार्मिक जैसे दिखने वाले कदम भी उठाती हैं. इसी सिलसिले में उनकी नवीनतम घोषणा है. जो कि चुनावी अधिक लगती है. क्योंकि दीदी की चुनावी परीक्षा का साल 2021 भी नजदीक ही है.
जम्मू कश्मीर से अनुच्छेद 370 खत्म होने के बाद से फारुख अब्दुल्ला (Farukh Abdulla) और महबूबा मुफ्ती जैसे नेताओं की सियासी दुकानें बंद हो गयी हैं. फारुख अब्दुल्ला के विवादित बयान की सभी लोग आलोचना कर रहे हैं.
राज्यसभा का मानसून सत्र (Mansoon Session) आज समाप्त हो गया. इस सत्र में महत्वपूर्ण विधेयक पारित किए गए. राज्यसभा की कार्रवाई इस बार चर्चा में रही क्योंकि कई विपक्षी सांसदों ने शर्मनाक आचरण करके इसकी मर्यादा को कलंकित किया है.
राज्यसभा (Rajysabha) में विपक्षी पार्टियों ने कृषि विधेयक पर चर्चा के दौरान जो शर्मनाक व्यवहार किया उससे सभी लोग नाराज हैं. विपक्षी पार्टियों का रवैया शर्मसार करने वाला रहा.