तय समय पर होगी NEET, सुप्रीम कोर्ट ने खारिज की गैर BJP शासित राज्यों की याचिका

NEET परीक्षा को लेकर 6 राज्यों की ओर से दाखिल पुनर्विचार याचिका को सुप्रीम कोर्ट ने खारिज कर दिया है. दरअसल गैर-बीजेपी शासित 6 राज्यों के कैबिनेट मंत्रियों ने NEET और JEE परीक्षा को टालने के लिए रिव्यू पिटीशन दाखिल की थी.

Written by - Zee Hindustan Web Team | Last Updated : Sep 4, 2020, 05:05 PM IST
    • JEE की परीक्षायें जारी और NEET 13 को
    • परीक्षा का विरोध कर रहे थे गैर-बीजेपी शासित राज्य
तय समय पर होगी NEET, सुप्रीम कोर्ट ने खारिज की गैर BJP शासित राज्यों की याचिका

नई दिल्ली: सुप्रीम कोर्ट ने आज कह दिया है कि JEE और NEET परीक्षा तय समय पर होंगी. इनके समय और तारीख में अब बदलाव नहीं होगा. गैर-बीजेपी शासित 6 राज्यों के मुख्यमंत्रियों ने NEET और JEE परीक्षा को टालने के लिए पुनर्विचार याचिका दाखिल की थी, जिसमें कोर्ट से 17 अगस्त को दिए गए आदेश पर पुनर्विचार करने की मांग की गई थी, जिसे कोर्ट ने खारिज कर दिया है.

परीक्षा का विरोध कर रहे थे ये राज्य

 

आपको बता दें कि NEET और JEE की प्रत्यक्ष परीक्षाओं के आयोजन की अनुमति देने संबंधी 17 अगस्त के आदेश पर पुनर्विचार के लिये छह गैर-भाजपा शासित राज्यों के मुख्यमंत्रियों की याचिका पर आज सुनवाई की. कांग्रेस समेत सभी विपक्षी पार्टियां कोरोना काल में परीक्षाओं का विरोध कर रही है. विरोध करने वालों में पश्चिम बंगाल, झारखंड, पंजाब, महाराष्ट्र, राजस्थान और दिल्ली की राज्य सरकारें शामिल थी.

JEE की परीक्षायें जारी और NEET 13 को

गौरतलब है कि इस समय JEE मेंस की परीक्षा चल रही है. इनमें सामाजिक दूरी और मास्क को अनिवार्य किया गया है. इसके अलावा इसी महीने 13 तारीख को NEET की परीक्षा आयोजित होंगी. सोनिया गांधी के नेतृत्व में विपक्षी दलों ने कोरोना काल में परीक्षा करवाने के मुद्दे पर राजनीति करने की भी कोशिश की.

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कांग्रेस ने राजनीतिक लाभ लेने की कोशिश की

उल्लेखनीय है कि कांग्रेस को लगा था कि छात्रों के मुद्दे पर उनको व्यापक जन समर्थन मिल सकता है लेकिन विपक्षी पार्टियों के छद्म रवैये को देखकर उनकी सियासत समझी जा सकती है. सोनिया गांधी ने सभी गैर भाजपा शासित मुख्यमंत्रियों के साथ बैठक की थी. बैठक में मुख्यमंत्रियों ने दावा किया था कि शीर्ष अदालत छात्रों के जीने के अधिकार को सुरक्षित करने में विफल रही है और अब उसे कोरोना काल में परीक्षाओं पर रोक लगानी चाहिये.

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