देशद्रोह के मामले में ज़फरुल पर कानूनी शिकंजा! पूछताछ के लिए पुलिसिया नोटिस

दिल्ली अल्पसंख्यक आयोग के अध्यक्ष ज़फरुल इस्लाम को देशद्रोह के मामले में दिल्ली पुलिस ने हाईकोर्ट से मंजूरी के बाद पूछताछ के लिए नोटिस भेजा है. ज़फरुल ने दिखाया था 'ज़ाकिर प्रेम', की थी देश की आलोचना..

Written by - Zee Hindustan Web Team | Last Updated : Jun 15, 2020, 04:13 PM IST
    • देशद्रोह के मामले में ज़फरुल इस्लाम की बढ़ी मुसीबत
    • हाईकोर्ट से मंजूरी के बाद दिल्ली पुलिस ने भेजा नोटिस
    • 'कानून शिकंजे' में ज़फरुल इस्लाम से होगी पूछताछ
देशद्रोह के मामले में ज़फरुल पर कानूनी शिकंजा! पूछताछ के लिए पुलिसिया नोटिस

नई दिल्ली: भगोड़े और देश विरोधी ढोंगी इस्लाम इस्लामिक उपदेशक ज़ाकिर नाइक को हीरो मानने वाले ज़फरुल इस्लाम की मुसीबत बढ़ती दिखाई दे रही है. क्योंकि देश के खिलाफ बोलने वालों पर शिकंजा कसना हिन्दुस्तान को अच्छे से आता है.

'देशद्रोही' के खिलाफ एक्शन में पुलिस

दिल्ली अल्पसंख्यक आयोग के अध्यक्ष जफ़रुल इस्लाम पर देशद्रोह का मामला तूल पकड़ रहा है. दिल्ली पुलिस ने पूछताछ के लिए जफ़रुल इस्लाम को नोटिस भेजा है. हाईकोर्ट से मंजूरी मिलने के बाद जफ़रुल इस्लाम को पूछताछ का नोटिस भेजा गया है. जफ़रुल इस्लाम ने सोशल मीडिया पर विवादित पोस्ट किया था.

देश में रहकर देश विरोधियों जैसी बात

जनाब ज़फरुल इस्लाम ने देश में रहकर भारत को ही धमकी देने का दुस्साहस कर दिया था. ज़फरुल का मानना है कि जिस देश (भारत) में वो रहते हैं, यहां मुसलमानों पर जुल्म किया जाता है. उन्हें प्रताणित किया जाता है, लेकिन वो खुद ये भूल गए कि उनके इस झूठ को भारत के मुसलमान बखूबी समझते हैं कि वो भड़काऊ बयानबाजी करके उकसाने का प्रयास कर रहे थे.

28 अप्रैल के अपने फेसबुक पोस्ट में जफरूल इस्लाम खान ने भारत के मुसलमानों को भड़काने की कोशिश की थी. इस करतूत को अंजाम देते-देते जनाब ज़फरुल ने हिन्दुस्तान के 'गद्दार' भगोड़े जाकिर नाइक को अपना हीरो कर बता दिया था. इतना ही नहीं ज़फरुल अपने कट्टरपंथ के नशे में इस कदर चूर थे कि इस्लामिक देशों से ये अपील की थी कि भारत के इस मामले में दखल दें और इस मुद्दे को उठाया जाए.

ज़फरुल जैसे लोगों का दोहरा चरित्र किसी से छिपा नहीं है, क्योंकि उनकी बातों से ही असल नीयत सामने आ जाती है. ज़फरुल इस्लाम नाम का ये शख्स कहने को तो दिल्ली अल्पसंख्यक आयोग का अध्यक्ष है. लेकिन इसके खिलाफ देशद्रोह का मामला दर्ज है. क्योंकि मुसलमानों का नाम लेकर ऐसे लोग अपनी दुकान चमकाते हैं, इस्लाम की रक्षा करने का ढोंग करके इस्लाम को बेच कर खाते हैं. ऐसे लोग ये दुहाई देते हैं कि भारत के मुसलमान खतरे में हैं. लेकिन, असल में मुसलमानों की मदद की बारी आती है तो ये बिल में छिप जाते हैं.

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यहां हर किसी का ये जानना बेहद जरूरी है कि ज़फरुल इस्लाम सिर्फ एक व्यक्ति नहीं है, ऐसे लोगों की संख्या बहुत अधिक है. जिन्होंने मुसलमानों को सिर्फ एक हथियार के तौर पर इस्तेमाल करना चाहते हैं.

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