Kim Jong Un Gift: उत्तर कोरियाई तानाशाह किम जोंग उन ने 2018 के शिखर सम्मेलन के बाद दक्षिण कोरिया के तत्कालीन राष्ट्रपति मून को 2 कुत्ते उपहार में दिए थे. जब मून कार्य़काल पूरा करने के बाद राष्ट्रपति भवन से बाहर निकले तो इन कुत्तों को भई साथ ले गए. इसी पर विवाद है.
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South Korea and North Korea Conflict: उत्तर कोरिया और दक्षिण कोरिया के बीच पिछले 2 महीने से काफी तनावपूर्ण संबंध चल रहा है. उत्तरी कोरिया जहां 2 महीने में कई बैलिस्टिक मिसाइल छोड़कर युद्ध के हालात बना चुका है. वहीं जवाब में अब दक्षिण कोरिया का साथ देते हुए अमेरिका ने भी सैन्य अभ्यासस फिर से करने की बात कही है. तनाव के माहौल में एक दिलचस्प खबर सामने आई है. दरअसल, दक्षिण कोरिया के पूर्व राष्ट्रपति मून जे-इन का कहना है कि वह उत्तर कोरिया के नेता किम जोंग-उन की ओर से 2 साल पहले गिफ्ट में मिले कुत्तों की एक जोड़ी को छोड़ने की योजना बना रहे हैं.
इस वजह से हुई दिक्कत
बताया जा रहा है कि यह फैसला वह उनके और वर्तमान सरकार के बीच आए मतभेद की वजह से ले रहे हैं. दरअसल, मतभेद के बाद अब सरकार इन कुत्तों को उन्हें देने से हाथ खड़े करती दिख रही है. उत्तर कोरियाई तानाशाह किम जोंग उन ने 2018 के शिखर सम्मेलन के बाद तत्कालीन राष्ट्रपति मून को ये कुत्ते उपहार में दिए थे. मई में अपना कार्यकाल पूरा करने के बाद मून कुत्तों को अपने घर ले आए थे. जबकि कुत्तों को कानूनी रूप से राष्ट्रपति के अभिलेखागार से संबंधित राज्य संपत्ति के रूप में वर्गीकृत किया गया है. इसी को लेकर विवाद शुरू हुआ. लेकिन मून के कार्यालय ने कहा कि सफेद पुंगसन कुत्ते जिनका नाम गोमी और सोंगगैंग है को उन्हें अभिलेखागार और आंतरिक मंत्रालय के परामर्श के तहत उनकी देख-रेख के रूप में सौंपा गया था, जो एक अभूतपूर्व निर्णय था.
सरकार ने खर्च देने से भी किया इनकार
वहीं गृह मंत्रालय के एक पुराने समझौते में कथित तौर पर कहा गया है कि पालतू जानवरों की देखभाल के लिए आपूर्ति और खर्चों का भुगतान राज्य के बजट से किया जा सकता है. मून के कार्यालय का कहना है कि अब उनके उत्तराधिकारी, राष्ट्रपति यूं सुक-योल के प्रशासन के "अस्पष्ट विरोध" के कारण सरकार अब इस खर्च से पीछे हट गई है.
मौजूदा सरकार पर लगाए आरोप
मून के कार्यालय ने फेसबुक पर कहा, "राष्ट्रपति कार्यालय पुंगसन कुत्तों के प्रबंधन को पूर्व राष्ट्रपति मून को देने को लेकर नकारात्मक नजर आ रहा है. हालांकि इसे समाप्त करना खेदजनक है. पूर्व राष्ट्रपति के लिए इन्हें छोड़ना आसान नहीं है, क्योंकि वह इन जानवरों से भावनात्मक रूप से जुड़े हुए हैं, लेकिन इस पर कोई रास्ता न निकलने पर मजबूरी में उन्हें इन कुत्तों को छोड़ना पड़ेगा.’ वहीं यूं के ऑफिस ने हस्तक्षेप करने से इनकार करते हुए कहा कि इसमें वह शामिल नहीं था और संबंधित एजेंसियों के बीच इस पर चर्चा जारी है. योनहाप समाचार एजेंसी ने मार्च में बताया कि नए राष्ट्रपति के पास पहले से ही चार कुत्ते और तीन बिल्लियां हैं.
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