दक्षिण कोरिया में इस समय टूथपिक्स का मुद्दा छाया हुआ है. सोशल मीडिया पर हरे रंग के टूथपिक्स के वायरल होने के बाद सरकार ने तो बाकायदा एडवायजरी भी जारी की है. सवाल यह है कि सरकार को टूथपिक्स से ऐतराज क्यों हैं.
Trending Photos
South KoreaToothpicks Advisory: जब बात दक्षिण कोरिया की होती है तो बरबस ध्यान उत्तर कोरिया की तरफ चला जाता है. उसके पीछे खास वजह यह कि उत्तर कोरिया के तानाशाह किम जोंग उन कभी मिसाइल टेस्ट कर देते हैं तो कभी प्रत्यक्ष या परोक्ष सियोल को धमकी देते हैं. लेकिन इस समय दक्षिण कोरिया अलग वजह से चर्चा में है. दरअसल चर्चा टूथपिक्स को लेकर है. दक्षिण कोरिया के फूड मिनिस्ट्री ने लोगों को सलाह दी है कि वो फ्राइड टूथपिक्स को ना खाएं, अब वजह क्या है उसे समझने की कोशिश करेंगे.
टूथपिक्स पर घबरा गई सरकार
टिकटॉक और इंस्टाग्राम जैसे सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर शेयर किए गए वीडियो क्लिप में लोगों को पाउडर पनीर जैसे मसाले के साथ डीप-फ्राइड स्टार्च टूथपिक्स खाते हुए देखे गए. बड़ी बात यह है कि वीडियो को सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर हजारों लाइक और शेयर भी मिले. इसे देख दक्षिण कोरिया की फूड मिनिस्ट्री घबरा गई और एडवायजरी जारी कर कहा कि टूथपिक्स कितने सुरक्षित हैं इसे लेकर अभी रिसर्च जारी है. ऐसे में लोग इसे खाने से बचें. लोग टूथपिक्स को हरा रंग देने के लिए फूड कलर इस्तेमाल में ला रहे हैं. ये मक्के या शकरकंद से बने होते हैं और बायोडिग्रेडेबल और पर्यावरण के अनुकूल माने जाते हैं. हालांकि डूथपिक्स में सोर्बिटोल होता है. इसे अगर कम मात्रा में सेवन करें तो किसी तरह की दिक्कत नहीं होती है. लेकिन अधिक मात्रा में सेवन करने पर उल्टी, सूजन और दस्त का सामना करना पड़ सकता है.
टूथपिक्स पर सरकार को ऐतराज
टूथपिक जो आमतौर पर दक्षिण कोरिया के रेस्तरां में उपयोग किया जाता है, लोग फिंगर फूड खाने के लिए भी उपयोग करते हैं. दक्षिण कोरिया में मुकबैंग जैसे ऑनलाइन खाने के शो लोकप्रिय हैं, जिसमें लोगों को असामान्य व्यंजन या अत्यधिक मात्रा में भोजन खाते हुए दिखाया जाता है. दक्षिण कोरिया सरकार ने 2018 में लोगों को इस तरह के खानों पर लगाम लगाने की कोशिश भी की है. हालांकि उसका बहुत असर जमीन पर नजर नहीं आता है. एक टिकटॉक यूजर ने टूथपिक्स को तोड़ते हुए कहा कि यह बहुत कुरकुरा है.