विरोध थमते ही पुतिन ने की सेना की तारीफ, वैग्नर आर्मी चीफ ने कहा- नहीं थी तख्तापलट की कोशिश
Advertisement
trendingNow11756767

विरोध थमते ही पुतिन ने की सेना की तारीफ, वैग्नर आर्मी चीफ ने कहा- नहीं थी तख्तापलट की कोशिश

विरोध के स्वर के दबने के बाद ‘वैग्नर’ आर्मी के चीफ येवगेनी प्रीगोझिन ने कहा कि वह रूसी सरकार की तख्तापलट की कोशिश नहीं कर रहे थे, बल्कि अपनी प्राइवेट आर्मी को तबाह होने से बचाने की कोशिश कर रहे थे.

विरोध थमते ही पुतिन ने की सेना की तारीफ,  वैग्नर आर्मी चीफ ने कहा- नहीं थी तख्तापलट की कोशिश

रूस में प्राइवेट आर्मी ग्रुप ‘वैग्नर’ द्वारा घोषित विद्रोह के ऐलान के 24 घंटे से भी कम समय में समाप्त होने के बाद रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने एकजुटता दिखाने के लिए देश का आभार व्यक्त किया. यही नहीं, पुतिन ने विद्रोह के खत्म होने के बाद ‘वैग्नर’ आर्मी के जवानों का भी शुक्रिया अदा किया, जिन्होंने हालात को और खराब होने व ‘खूनखराबे’ में तब्दील होने से रोका. पुतिन ने अपने बयान नें इस बात का जिक्र किया कि देश व देशवासियों के हित में सभी जरूरी उपाय किए गए थे.

हालांकि, इस विद्रोह के लिए रूसी राष्ट्रपति ने ‘रूस के दुश्मनों’ को जिम्मेदार ठहराया. उन्होंने कहा कि दुश्मनों ने ‘गलत आकलन किया था.’ रूस के राष्ट्रपति के कार्यालय क्रेमलिन ने अधिकारियों द्वारा एक वीडियो जारी किया गया जिसमें ये बताने की कोशिश की गई कि देश में विरोध के स्वर थम गए हैं और अब स्थिरता व्याप्त हो गई है. वीडियो में एक प्रकार की बेफिक्री भी दिखाने की कोशिश की गई, जिसमें रूस के रक्षा मंत्री यूक्रेन में सुरक्षा बलों का जायजा लेते नजर आए.

विरोध के स्वर के दबने के बाद ‘वैग्नर’ आर्मी के चीफ येवगेनी प्रीगोझिन ने कहा कि वह रूसी सरकार की तख्तापलट की कोशिश नहीं कर रहे थे, बल्कि अपनी प्राइवेट आर्मी को तबाह होने से बचाने की कोशिश कर रहे थे. उन्होंने एक बयान में कहा, “हमने एक अन्याय की वजह से अपना मार्च शुरू किया था.” प्रीगोझिन ने यह नहीं बताया कि वह अभी कहां हैं और उनकी आगे की क्या योजना है.

‘वैगनर’ प्रमुख और रूस के सैन्य अधिकारियों के बीच तनातनी पूरे युद्ध के दौरान जारी रही, जो सप्ताहांत में विद्रोह में बदल गई, जब समूह के लड़ाके दक्षिणी रूस के एक अहम शहर में सैन्य मुख्यालय पर कब्जा करने के लिए यूक्रेन से रवाना हुए. वे किसी अवरोध का सामना किए बगैर मॉस्को की तरफ कूच करने लगे. हालांकि, एक कथित समझौते के तहत उनका विद्रोह 24 घंटे से भी कम समय में समाप्त हो गया.

क्रेमलिन ने कहा था कि उसने प्रीगोझिन के साथ एक समझौता किया है, जिसके तहत वह और समूह के लड़ाके निर्वासन में बेलारूस जाएंगे तथा उनके खिलाफ कोई अभियोग नहीं चलाया गया. सोमवार तक प्रीगोझिन के बारे में कोई पुष्टि नहीं हो पाई थी, लेकिन एक लोकप्रिय रूसी समाचार चैनल ने संचार ऐप टेलीग्राम पर बताया कि ‘वैग्नर’ प्रमुख बेलारूस की राजधानी मिन्स्क के एक होटल में हैं.

(भाषा इनपुट)

Trending news