Russia-Ukraine War: रूस (Russia) और पाकिस्तान (Pakistan) के रिश्तों में लगातार सुधार हो रहा है. दूसरी तरफ पाकिस्तान, अमेरिका को भी नाराज नहीं करना चाहता है. इस बीच, इस प्रगाढ़ होती दोस्ती ने भारत की चिंता बढ़ा दी है.
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Russia-Pakistan Relationship: रूस (Russia) से कच्चे तेल (Crude Oil) की पहली खेप मिलने के बाद पाकिस्तान (Pakistan) को एलपीजी की डिलीवरी भी शुरू हो गई. रूस ने ट्रेन से एलपीजी को पहले उज्बेकिस्तान पहुंचाया, जिसके बाद रूसी एलपीजी कार्गो का पहला बैच खैबर पख्तूनख्वा के तोरखम बॉर्डर से होता हुआ पाकिस्तान पहुंचा. पाकिस्तानी मीडिया के मुताबिक, 10 एलपीजी टैंकर पाकिस्तान पहुंच गए, जबकि बाकी के आने वाले हैं. इससे पहले रूस ने 45,142 मीट्रिक टन कच्चा तेल एक जहाज के जरिए कराची पहुंचाया था. जबकि रूस के विदेश मंत्री सर्गेई लावारोव ने पाकिस्तान-रूस दोस्ती जिंदाबाद का नारा लगाते हुए कहा था कि वो पाकिस्तान के साथ संबंधों को मजबूत करना चाहते हैं.
पाकिस्तान-रूस की दोस्ती से भारत चिंतित!
इसके बाद से ये चर्चा होने लगी की भारत और रूस के संबंधों में पहले जैसी गर्माहट नहीं रही. लेकिन, हकीकत तो ये है कि रूस बार-बार कहता रहा है कि वो भारत के हितों के खिलाफ जाकर पाकिस्तान के साथ रक्षा और व्यापारिक संबंध नहीं बनाएगा. जबकि खुद पाकिस्तान, अमेरिका को नाराज नहीं कर सकता, क्योंकि उसे अब भी IMF की मदद चाहिए, वरना वो डिफॉल्ट कर जाएगा,
रूस से हथियार खरीदने में PAK की दिलचस्पी
हालांकि, इन सबके बावजूद भारत को सावधान रहने की जरूरत है, क्योंकि पाकिस्तान, भारत की रणनीति पर चलते हुए अमेरिका और रूस के साथ संबंधों को आगे बढ़ाने की कोशिश कर रहा है. पाकिस्तान ने हाल के कुछ सालों में रूस से आधुनिक हथियारों की खरीद में अपनी दिलचस्पी बढ़ाई है. अप्रैल 2018 में पाकिस्तान ने रूस से Mi35M लड़ाकू हेलिकॉप्टर खरीदे थे. जबकि पाकिस्तान, रूस से SU-35 लड़ाकू विमानों की डील को भी आगे बढ़ाने की कोशिश में लगा है.
पाकिस्तान का ऊर्जा संकट होगा दूर!
इसके अलावा पाकिस्तान और रूस एक साथ मिलकर तेल और गैस की सप्लाई के लिए दो पाइपलाइन बनाने पर भी बातचीत कर रहे हैं. ये प्रस्तावित पाइपलाइन 1,100 किलोमीटर लंबी होगी, जो पाकिस्तान के कराची से शुरू होकर पंजाब प्रांत तक जाएगी. अगर ये पाइपलाइन शुरू हो जाती है तो पाकिस्तान का ऊर्जा संकट दूर हो जाएगा और रूस से उसकी व्यापारिक दोस्ती मजबूत होगी.
वैसे भी रूस और पाकिस्तान के बीच व्यापारिक संबंध हाल के कुछ वर्षों में काफी तेजी से बढ़े हैं. पिछले 25 सालों में रूस को पाकिस्तान से होने वाले सालाना निर्यात में 13 दशमलव 7 प्रतिशत का उछाल आया है. जबकि रूस ने साल 2021 में ही पाकिस्तान को 49 दशमलव 8 करोड़ रुपये का एक्सपोर्ट किया है, जिसमें सबसे ज्यादा दाल, चावल और गेंहू का निर्यात शामिल है.
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