Auckland Survey: करीब 68 प्रतिशत लोग महंगे जीवन और 60 प्रतिशत लोग रिहायशी घरों की नाखुशी को जिम्मेदार ठहराते हैं. ऑकलैंड में घर की कीमत मिडिल हाउसहोल्ड इनकम के लगभग 11 गुना हैं, ऐसा आंकड़ों में दिखाया गया है.
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New Zealand Population: न्यूजीलैंड के सबसे बड़े शहर ऑकलैंड के एक तिहाई निवासी बढ़ते खर्च, ट्रैफिक की भीड़ और असुरक्षा की भावना के कारण अगले 5 साल में शहर छोड़ने की सोच रहे हैं. सोमवार को एक नए सर्वे में यह बात सामने आई. समाचार एजेंसी शिन्हुआ की रिपोर्ट के मुताबिक, स्थानीय मीडिया आउटलेट स्टफ के सर्वे में सामने आया कि ऑकलैंड में रहने वाले लोग दुखी हैं. पांच में से केवल दो ने कहा कि वे खुश हैं. सर्वे में लगभग 5,500 न्यूजीलैंड के लोग शामिल हुए, जिनमें से 33 प्रतिशत ऑकलैंड से थे. इसने कहा, 'स्टफ ने लिंग, आयु और क्षेत्र के सभी तरह के लोगों के सैंपल इस सर्वे में शामिल किए.'
क्या है वजह
नाखुशी की भावना खास तौर पर जीने के बढ़ते खर्च और घर की ज्यादा कीमतें हैं. करीब 68 प्रतिशत लोग महंगे जीवन और 60 प्रतिशत लोग रिहायशी घरों की नाखुशी को जिम्मेदार ठहराते हैं. ऑकलैंड में घर की कीमत मिडिल हाउसहोल्ड इनकम के लगभग 11 गुना हैं, ऐसा आंकड़ों में दिखाया गया है. घरों के अलावा, आधे से ज्यादा जवाब देने वाले ऑकलैंडर्स ने शहर छोड़ने के कारण के रूप में ट्रैफिक की भीड़ का हवाला दिया. सुरक्षा भी ऑकलैंडर्स की प्रमुख चिंताओं में से एक है.
सर्वेक्षण के अनुसार, लगभग 40 प्रतिशत ऑकलैंडर्स ने कहा कि वे नेशनल लेवल पर केवल 27 प्रतिशत की तुलना में अपनी सुरक्षा को लेकर चिंतित हैं. यह दिखाया गया है कि ऑकलैंड में गिरोह की हिंसा और छीनाझपटी के मामले आम हो गए हैं. करीब 57 प्रतिशत लोगों ने अपनी चिंताओं को दूर करने के लिए ऑकलैंड नगर परिषद में विश्वास की कमी दिखाई.
भारत के भी बुरे हैं हाल
भारत में दिल्ली, बेंगलुरु और मुंबई ट्रैफिक जाम के लिए बदनाम हैं. टॉम टॉम ट्रैफिक इंडेक्स रिपोर्ट के मुताबिक पिछले 4 साल से दिल्ली, मुंबई, बेंगलुरु सबसे ज्यादा वाले ट्रैफिक वाले शहरों की लिस्ट में हैं.साल 2018 में मुंबई नंबर 1 था और तबसे टॉप 5 में बना हुआ है.
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