भारत से पंगा कनाडा के ट्रूडो को पड़ा इतना भारी! PM की कुर्सी गई, अब राजनीति से लेंगे संन्यास !
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भारत से पंगा कनाडा के ट्रूडो को पड़ा इतना भारी! PM की कुर्सी गई, अब राजनीति से लेंगे संन्यास !

Justin Trudea News: कनाडाई प्रधानमंत्री जस्टिन ट्रूडो ने हाल ही में पार्टी द्वारा नेता चुने जाने के बाद ऐलान किया था कि वे कनाडा के पीएम के रूप में पद छोड़ देंगे. अब उन्होंने एक और हैरान कर देने वाला फैसला लेते हुए राजनीति से संन्यास लेने की घोषणा कर दी है. 

भारत से पंगा कनाडा के ट्रूडो को पड़ा इतना भारी! PM की कुर्सी गई, अब राजनीति से लेंगे संन्यास !

Justin Trudea: खालिस्तान समर्थक और आतंकी हरदीप सिंह निज्जर की हत्या के मामले में भारत से रिश्ते खराब करने बाद कनाडाई प्रधानमंत्री हर तरफ से हार चुके हैं. पीएम ट्रूडो ने हाल ही में पार्टी द्वारा नेता चुने जाने के बाद ऐलान किया था कि वे कनाडा के पीएम के रूप में पद छोड़ देंगे. अब उन्होंने राजनीति से ही संन्यास लेने की घोषणा कर दी है. ट्रूडो ने कहा कि वे कनाडा में आगामी आम चुनाव नहीं लड़ेंगे और राजनीति भी छोड़ सकते हैं, जो यकीनन ट्रूडो के अब तक के सियासी करियर का सबसे हैरान करने वाला फैसला है. 

कनाडा के ग्लोबल न्यूज ने बुधवार को ट्रूडो के हवाले से कहा, " पीएम ट्रूडे आगामी चुनाव में हिस्सा नहीं लेंगे."  हालांकि, उन्होंने अनिश्चितता जाहिर करते हुए कहा, "मैं बाद में क्या करूंगा ये नहीं मालूम, अगर ईमानदारी से कहूं तो मेरे पास इसके बारे में सोचने के लिए ज्यादा वक्त नहीं है, मैं पूरी तरह से उस काम को करने पर ध्यान केंद्रित कर रहा हूं जिसे करने के लिए कनाडाई लोगों ने मुझे असाधारण महत्वपूर्ण समय में चुना है."

ट्रूडो ने अमेरिका में कनाडाई प्रांतों के प्रमुखों, राजदूत और कुछ संघीय कैबिनेट मंत्रियों से भी मुलाकात की थी.  यह बैठक अमेरिका के नवनिर्वाचित राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के साथ सामंजस्य स्थापित करने की रणनीति के लिए बुलाई गई थी.

ट्रूडो ने कहा, "इस देश में हमेशा बहुत सारी राजनीति चलती रहती है, लेकिन यह जानना कि कनाडाई राष्ट्रीय हित में कब कदम उठाना है, और यह जानना कि कनाडाई क्या देखना चाहते हैं, वास्तव में इस मेज पर मौजूद सभी लोगों को श्रेय जाता है."

उल्लेखनीय हो कि ट्रूडो ने हाल ही में घोषणा की थी कि उनकी लिबरल पार्टी ऑफ़ कनाडा द्वारा नेता चुने जाने के बाद वह कनाडा के पीएम के रूप में पद अगस्त में चुनाव होने से पहले छोड़ देंगे. हालांकि, ट्रूडो के पीएम पद से इस्तीफा देने के बाद और चुनाव होने तक कुछ महीनों के लिए संसद सदस्य बने रहेंगे. सिटी न्यूज की एक रिपोर्ट के मुताबिक, बैंक ऑफ कनाडा के पूर्व गवर्नर मार्क कार्नी ट्रूडो की जगह लेने की दौड़ में शामिल हो सकते हैं.

2015 में संभाली थी पीएम पद की कुर्सी
जस्टिन ट्रूडो पहली बार साल 2008 में क्यूबेक के पापिनो सीट से चुनाव जीतकर सदन पहुंचे थे. इसके 7 साल बाद ही वो कनाडा के पीएम भी बन गए. उनकी पार्टी ने 2015 के आम चुनाव में जबरदस्त जीत हासिल की और ट्रूडो ने प्रधानमंत्री पद की जिम्मेदारी संभाली. 

इस वजह से भारत के रिश्ते में आई खटास
ट्रूडो ने पीएम पद की कुर्सी संभालते ही विदेश नीति पर खूब काम किया. उन्होंने अपनी विदेश नीति के तहत भारत जैसे देशों अच्छे संबंध बनाए, लेकिन निज्जर हत्याकांड के बाद ट्रूडो भारत के खिलाफ गलत बयान बाजी और खालिस्तानी नेता की हत्या में भारत का हाथ होने का आरोप लगारकर रिश्ते खराब कर लिए. जबकि अमेरिका के साथ कनाडा का पहले से ही संबंध खराब है.

जब ट्रूडो को लगा था बड़ा झटका
हरदीप निज्जर की हत्या को लेकर ट्रूडो ने आरोप लगाते हुए कहा था कि खालिस्तानी नेता निज्जर की हत्या में भारतीय एजेंट्स का हाथ है. इतना ही उन्होंने दावा किया था भारत के खिलाफ उनके पास कई सबूत हैं, लेकिन ट्रूडो को सबसे बड़ा झटका लगा जब वहां की सुप्रीम कोर्ट ने इस मामले में चारों भारतीय आरोपियों को सबूत न होने की वजह से जमानत दे दी.

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