अमेरिका में ट्रंप रिटर्न्स! शपथ लेते ही लगा दी घोषणाओं की झड़ी, पीछे बैठे बाइडेन को भी सुनाया
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अमेरिका में ट्रंप रिटर्न्स! शपथ लेते ही लगा दी घोषणाओं की झड़ी, पीछे बैठे बाइडेन को भी सुनाया

Donald Trump News: डोनाल्ड ट्रंप 20 जनवरी को अमेरिका के 47वें राष्ट्रपति के रूप में शपथ लेते ही बड़ा फैसला लिया है. उन्होंने दक्षिणी सीमाओं पर इमर्जेंसी की घोषणा कर दी. ट्रंप ने पनामा नहर को भी वापस लेने का वादा करते हुए कहा कि पनामा पर नियंत्रण देना एक 'मूर्खतापूर्ण' फैसला था.

अमेरिका में ट्रंप रिटर्न्स! शपथ लेते ही लगा दी घोषणाओं की झड़ी, पीछे बैठे बाइडेन को भी सुनाया

USA President  Donald Trump Speech: अमेरिका के 47वें राष्ट्रपति के रूप में शपथ लेते ही रविवार को डोनाल्ड ट्रंप ने ऐलानों की झड़ी लगा दी. कई बार ऐसे मौके आए जब शपथ समारोह में आए लोग तालियां बजाते हुए खड़े हो गए.  ट्रंप ने बगल में बैठे पूर्व राष्ट्रपति जो बाइडेन को भी जमकर सुनाया. उन्होंने अपने उद्घाटन भाषण में कहा कि आज से अमेरिका का स्वर्ण युग शुरू हो गया. ट्रंप ने कहा कि मैं हमेशा अमेरिका को सर्वोपरि रखूंगा. साथ ही उन्होंने बड़ा फैसला लेते हुए दक्षिणी सीमाओं पर इमर्जेंसी की घोषणा कर दी.

ट्रंप ने मेक्सिको बॉर्डर पर इमर्जेंसी लगाने के बाद कहा कि वह सभी अवैध प्रविष्टियों रोकने के साथ वे 'आपराधिक तत्वों' को मैक्सिको वापस भेजने की प्रक्रिया भी शुरू करेंगे.  उन्होंने कहा, 'हम पकड़ो और छोड़ो की नीति को छोड़ देंगे. मैं अपने देश पर विनाशकारी आक्रमण को रोकने के लिए दक्षिणी सीमा पर सेना भेजूंगा. आज मैंने जिन आदेशों पर हस्ताक्षर किए हैं, उनके तहत हम कार्टेल को विदेशी आतंकवादी संगठन भी घोषित करेंगे.'

 ट्रंप ने पनामा नहर को भी वापस लेने का वादा करते हुए कहा कि पनामा पर नियंत्रण देना एक 'मूर्खतापूर्ण' फैसला था.  उन्होंने सेंसरशिप को समाप्त करने की भी कसम खाई.

राष्ट्रपति बनने के बाद अपने पहले भाषण में क्‍या बोले ट्रंप?
शपथ लेने के बाद अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने कहा, 'आज के बाद से हमारा देश फिर से समृद्ध होगा और पूरी दुनिया में इसका सम्मान किया जाएगा. हम हर देश के लिए ईर्ष्या का विषय बनेंगे और हम खुद को अब और फ़ायदा उठाने की अनुमति नहीं देंगे. ट्रम्प प्रशासन के हर एक दिन के दौरान, मैं बहुत ही सरलता से अमेरिका को सबसे पहले रखूंगा. हमारी संप्रभुता को पुनः प्राप्त किया जाएगा. हमारी सुरक्षा बहाल की जाएगी. न्याय के तराजू को फिर से संतुलित किया जाएगा. न्याय विभाग और हमारी सरकार का क्रूर, हिंसक और अनुचित हथियारीकरण समाप्त हो जाएगा. और हमारी सर्वोच्च प्राथमिकता एक ऐसा राष्ट्र बनाना होगा जो गौरवान्वित, समृद्ध और स्वतंत्र हो.'

ट्रंप ने बाइडेन प्रशासन की आलोचना की
डोनाल्ड ट्रंप ने अपने पहले ही भाषण में पूर्व राष्ट्रपति जो बाइडेन के प्रशासन की आलोचना करते हुए कहा कि उन्होंने कानून का दुरुपयोग किया और देश की सीमाओं को खतरे में डाल दिया है. उन्होंने यह भी कहा कि नया ट्रंप प्रशासन देश में अखंडता, वफादारी और क्षमता बहाल करेगा.

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बाइडेन के सामने ही खूब सुनाया
- हां, ट्रंप ने शपथ लेने के बाद पीछे बैठे पूर्व राष्ट्रपति जो बाइडेन को खूब सुनाया. बाइडन प्रशासन पर हमला करते हुए उन्होंने कहा कि इन्होंने अवैध रूप से अमेरिका में प्रवेश करने वाले ‘खतरनाक अपराधियों’ को शरण दी. ट्रंप ने कहा कि अमेरिकी न्याय विभाग का ‘क्रूर, हिंसक और अनुचित हथियारीकरण’ समाप्त हो जाएगा.

-राष्ट्रपति ट्रंप ने हत्या प्रयासों का जिक्र करते हुए कहा कि ईश्वर ने उन्हें ‘अमेरिका को फिर से महान बनाने के लिए’ जीवन दान दिया. अमेरिका की चुनौतियों का ‘सफाया’ कर दिया जाएगा.

- राष्ट्रपति ने घोषणा की कि वे अवैध आव्रजन पर नकेल कसेंगे, उन्होंने कहा कि वे देश की दक्षिणी सीमा पर आपातकाल लगाएंगे. उन्होंने कहा कि हम अमेरिकी नागरिकों को समृद्ध बनाने के लिए दूसरे देशों के उत्पादों पर कर लगाएंगे. 

- राष्ट्रपति ने कहा कि उनका प्रशासन रंगभेद रहित और योग्यता आधारित समाज का निर्माण करेगा. ट्रम्प का कहना है कि वह ‘शांति निर्माता’ और ‘एकता लाने वाले’ बनना चाहते हैं.

-ट्रंप ने कहा कि पनामा नहर से गुजरने के लिए अमेरिकी जहाजों से अधिक शुल्क लिया जा रहा है. उन्होंने पनामा नहर को वापस लेने का संकल्प जताया

उद्घाटन समारोह में ये वैश्विक नेता रहे शामिल
उद्घाटन समारोह यूएस कैपिटल बिल्डिंग के रोटुंडा के अंदर भारतीय समयनुसार 10:30 बजे हुआ. शपथ समारोह में लाखों भीड़ थी. ट्रंप के भाषण दौरान मौजूद भीड़ ने कुर्सी कई बार उठकर तालियां बजाई और नए राष्ट्रपति का स्वागत किया. समारोह में विदेश मंत्री एस जयशंकर ने भारतीय प्रतिनिधि के तौर पर हिस्सा लिए. इसके अलावा अन्य वैश्विक नेताओं में , चीनी उपराष्ट्रपति, जापान और ऑस्ट्रेलिया के विदेश राष्ट्रपति बिल क्लिंटन, जॉर्ज डब्ल्यू बुश और बराक ओबामा भी शामिल रहे.

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