Donald Trump Attack: डोनाल्ड ट्रंप पर हमला राष्ट्रपति चुनाव की बाजी पलट देगा? बाइडेन ने कह दी 'दुश्मन' वाली बात
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Donald Trump Attack: डोनाल्ड ट्रंप पर हमला राष्ट्रपति चुनाव की बाजी पलट देगा? बाइडेन ने कह दी 'दुश्मन' वाली बात

Donald Trump vs Joe Biden: अमेरिका में राष्ट्रपति पद के उम्मीदवार डोनाल्ड ट्रंप की हत्या की कोशिश ने उनके सपोर्टरों में नई ताकत पैदा की है. उधर, डेमोक्रेट कैंपेन सुस्त पड़ गया है. यह भी आशंका पैदा हो गई है कि नवंबर में होने वाले राष्ट्रपति चुनाव से पहले राजनीतिक हिंसा देखने को मिल सकती है. प्रशासन में बाइडेन हैं इसलिए सवाल उन पर उठेंगे. ऐसे समय में ट्रंप की टीम उन्हें 'अमेरिका के लिए जरूरी' बताकर गेम पलटना चाहेगी. 

Donald Trump Attack: डोनाल्ड ट्रंप पर हमला राष्ट्रपति चुनाव की बाजी पलट देगा? बाइडेन ने कह दी 'दुश्मन' वाली बात

Donald Trump Attack News: डोनाल्ड ट्रंप पर चली गोली क्या अमेरिका के राष्ट्रपति चुनाव की बाजी पलट सकती है? यह सवाल इसलिए उठने लगा है क्योंकि ट्रंप पर अटैक के कुछ घंटों के भीतर ही देशभर से उनके लिए जबर्दस्त सहानुभूति पैदा हुई है. यही वजह है कि राष्ट्रपति जो बाइडेन की चुनावी टीम को अपनी रणनीति में बदलाव करना पड़ा है. जो कैंपेन एंटी-ट्रंप चल रहा था, वह पूरी तरह से 'हेल्दी-ट्रंप' बन गया है. हां, अब बाइडेन और उनकी पूरी टीम ट्रंप पर अटैक की न सिर्फ कड़े शब्दों में निंदा कर रही है बल्कि बाइडेन ने खुद कुछ घंटे पहले अमेरिकियों को अपडेट दिया है कि FBI हमले की जांच कर रही है. ट्रंप की सुरक्षा की समीक्षा के आदेश दिए गए हैं. सीक्रेट सर्विस के चीफ से बातचीत हुई है. उन्होंने ट्रंप के साथ संवेदनाएं व्यक्त करते हुए यह भी बताया कि वह अब बिल्कुल ठीक हैं. 

राष्ट्र के नाम संबोधन में राष्ट्रपति जो बाइडेन ने महत्वपूर्ण बात कही है. उन्होंने कहा कि हम अमेरिकी एक दूसरे के दुश्मन नहीं बल्कि मित्र और सहकर्मी हैं. हमें मतभेदों के बावजूद साथ खड़ा होना चाहिए. उन्होंने कहा, 'हमें पॉलिटिक्स को पीछे रखते हुए याद रखना चाहिए कि हम दुश्मन नहीं है. हम पड़ोसी हैं. हम दोस्त हैं, हम सहकर्मी हैं. नागरिक हैं और सबसे महत्वपूर्ण हम फेलो अमेरिकन हैं.' 

ट्रंप की वो एक तस्वीर

बाइडेन ने देश के नाम संबोधन में अपने विरोधी नेता की बेहतरी के लिए प्रार्थना की है. अमेरिका ही नहीं, दुनिया में कहीं भी इस तरह की घटनाएं होती हैं तो एक सहानुभूति की लहर देखी जाती है. हत्या हो या हत्या की कोशिश, जनता उस नेता की तरफ हो जाती है. बाइडेन की टीम को इस बात का एहसास हो चुका है. जिस तरह से ट्रंप ने फायरिंग के बाद मंच पर खुद उठते हुए एक हाथ से इशारा किया, उसका मैसेज बड़ा है. यह एक तस्वीर आगे चुनावी कैंपेन में छाई रह सकती है. हमलावर 20 साल का लड़का था और इस बार वोट डालने वाला था. सुरक्षाबलों ने कुछ ही मिनट में छत पर छिपे शूटर को मार गिराया. 

ऐसे ही फाइटर की जरूरत

एरिक ट्रंप ने फौरन उसी समय की अपने पिता की तस्वीर ट्वीट करते हुए लिखा, 'अमेरिका को ऐसे ही फाइटर की जरूरत है.' दुनियाभर से संदेशों की बाढ़ आ गई. लोग ट्रंप की तरफ से किए गए अच्छे कार्यों की चर्चा करने लगे. दरअसल, एक नहीं कई अमेरिकी राष्ट्रपतियों को शूटिंग में जान गंवानी पड़ी है. ऐसे में राष्ट्रपति पद के उम्मीदवार का बाल-बाल बचना, लोग इसे दैवीय कृपा मान रहे हैं. ट्रंप के बारे में आज का ताजा अपडेट यह है कि वह रिपब्लिकन कन्वेंशन के लिए मिलवाउकी पहुंच गए हैं. 

फर्नांडीस की तस्वीर याद होगी

आपको याद होगा जॉर्ज फर्नांडीस की वो हथकड़ी वाली तस्वीर. वह हाथ को ऊपर उठाए दिख रहे थे. वह तस्वीर ऐतिहासिक है. आज भी उसकी चर्चा होती है. वह जेल में रहते हुए 1977 में चुनाव लड़े थे. कार्यकर्ताओं ने हथकड़ी वाली तस्वीर का ही पोस्टर बनाकर प्रचार किया था. उनके निधन पर कई नेताओं ने उसी तस्वीर को ट्वीट करते हुए दिग्गज नेता को श्रद्धांजलि दी थी. राजनीतिक जगत में कुछ तस्वीरें ऐसे ही इतिहास बना देती हैं. 

अब अमेरिका के पूर्व राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप की तस्वीर पर गौर कीजिए. जब उन्होंने हवा में मुट्ठी ऊपर की ओर लहराई तो उनके चेहरे पर खून साफ दिखाई दे रहा था. सीक्रेट सर्विस के जवानों ने फौरन उन्हें सुरक्षा देते हुए गाड़ी तक पहुंचाया. इस एक तस्वीर ने अमेरिकी चुनाव में नया माहौल पैदा कर दिया है. बाइडेन वैसे भी अपने खेमे में हल्के पड़ रहे थे. वह कभी भूल जाते हैं, कभी कुछ भी बोल जाते हैं. अब हमले के बाद जिस तरह से ट्रंप की टीम उन्हें 'योद्धा' के तौर पर प्रमोट कर रही है, उसका फायदा चुनावों में मिल सकता है. 

अमेरिका इस रास्ते पर नहीं... ट्रंप पर हमले के बाद राष्ट्रपति बाइडेन का राष्ट्र के नाम संबोधन

अमेरिकी एजेंसियां इस हमले को हत्या की कोशिश मान रही हैं. बाइडेन को कहना पड़ा कि अमेरिका में इस तरह की राजनीतिक हिंसा के लिए कोई जगह नहीं है. बाइडेन ने अपने चुनावी कैंपेन को फिलहाल के लिए रोक दिया है. विरोधी ट्रंप पर जुबानी हमले भी रोक दिए गए हैं. वैसे भी रिपब्लिकन पार्टी के लोग हमले के लिए बाइडेन के आरोपों को जिम्मेदार ठहरा रहे हैं. बराक ओबामा समेत कई पूर्व अमेरिकी राष्ट्रपतियों ने ट्रंप पर हमले की निंदा की है. यह माहौल ट्रंप के पक्ष में जाता दिख रहा है.  

जब अमेरिकी राष्ट्रपतियों पर हुआ हमला

जी हां, अमेरिका के पूर्व राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप पर हमले से पहले भी कई राष्ट्रपतियों, पूर्व राष्ट्रपतियों और उम्मीदवारों को निशाना बनाया जा चुका है. इसमें पहला नाम अब्राहम लिंकन का है. 14 अप्रैल 1865 की उनकी गोली मारकर हत्या कर दी गई. 

- 20वें राष्ट्रपति एम्स गारफील्ड देश के दूसरे राष्ट्रपति थे, जिनकी 2 जुलाई 1881 को वॉशिंगटन में हत्या कर दी गई. 

- अमेरिका के 25वें राष्ट्रपति विलियम मैकिनले को 6 सितंबर 1901 में न्यूयॉर्क के बफेलो में गोली मारकर हत्या की गई. 

- राष्ट्रपति पद के प्रत्याशी और पूर्व राष्ट्रपति थियोडोर रूजवेल्ट को 1912 में मिलवाउकी में प्रचार के दौरान गोली मार दी गई.

- 32वें राष्ट्रपति फ्रेंकलिन डी. रूजवेल्ट पर मियामी में फरवरी 1933 में हमला किया गया. 

- 33वें राष्ट्रपति हैरी एस. ट्रुमैन नवंबर 1950 में वॉशिंगटन के ब्लेयर हाउस में थे तभी दो बंदूकधारी घुस गए. गनीमत रही कि गोलीबारी में ट्रुमैन बच गए थे.

- अमेरिका के 35वें राष्ट्रपति जॉन एफ. केनेडी पर नवंबर 1963 में घात लगाकर हमला किया गया. उनकी मौत हो गई थी. 

- रॉबर्ट एफ. केनेडी डेमोक्रेटिक पार्टी की ओर से राष्ट्रपति पद के प्रत्याशी बनने की दौड़ में शामिल थे तभी 1968 में लॉस एंजिलिस में उनकी गोली मारकर हत्या कर दी गई. 

- राष्ट्रपति पद के प्रत्याशी जॉर्ज सी. वालेस डेमोक्रेटिक पार्टी की ओर से उम्मीदवारी की दौड़ में शामिल थे तभी 1972 में मैरीलैंड में एक प्रचार अभियान के दौरान उन्हें गोली मार दी गई. 

- अमेरिका के 38वें राष्ट्रपति गेराल्ड फोर्ड पर 1975 में जानलेवा हमला हुआ, वह बाल-बाल बच गए. 

- 43वें राष्ट्रपति जॉर्ज डब्ल्यू बुश 2005 में जॉर्जिया के राष्ट्रपति मिखाइल साकाश्विली के साथ एक रैली में भाग ले रहे थे तभी उनकी ओर एक हथगोला फेंका गया.

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