DNA: खुद को सही नहीं ठहरा पा रहे जस्टिन ट्रूडो! Zee News पर पढ़ें ये Exclusive कबूलनामा
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DNA: खुद को सही नहीं ठहरा पा रहे जस्टिन ट्रूडो! Zee News पर पढ़ें ये Exclusive कबूलनामा

Justin Trudeau: भारत और कनाडा के बीच पिछले 1 महीने से लगातार खालिस्तान और खालिस्तानी आतंकी निज्जर पर खींचतान और आरोप–प्रत्यारोप का दौर चल रहा है. इस कूटनीतिक खींचतान के बीच कनाडा में विदेशी नागरिकों को राजनैतिक शरण देने वाली सरकारी संस्था ने Zee News से एक्सक्लूजिव जानकारी दी.

DNA: खुद को सही नहीं ठहरा पा रहे जस्टिन ट्रूडो! Zee News पर पढ़ें ये Exclusive कबूलनामा

Justin Trudeau: भारत और कनाडा के बीच पिछले 1 महीने से लगातार खालिस्तान और खालिस्तानी आतंकी निज्जर पर खींचतान और आरोप–प्रत्यारोप का दौर चल रहा है. इस कूटनीतिक खींचतान के बीच कनाडा में विदेशी नागरिकों को राजनैतिक शरण देने वाली सरकारी संस्था (Immigration and Refugee Board of Canada) ने Zee News से एक्सक्लूजिव जानकारी दी. संस्था ने बताया कि आधिकारिक रूप से बताया कि इस साल के शुरुआती 8 महीनों में 31 अगस्त तक कनाडा 246 स्वघोषित खालिस्तानी आतंकियों को अपने देश में शरण दे चुका है.

कनाडा से कितने भारतीयों ने शरण मांगी?

भारत कनाडा के बीच चल रही कूटनीतिक खींचतान के बीच Zee News संवाददाता शिवांक मिश्रा ने ईमेल के जरिए कनाडा के Immigration and Refugee Board (IRB) से पूछा था की साल 2019 से 2023 तक कनाडा से कितने भारतीयों ने शरण मांगी है? कितनों को कनाडा ने शरण दी है? साथ ही कनाडा यह भी बताए की ये लोग किस विचारधारा के थे?

कनाडा ने दिया चौंकाने वाला जवाब

ZEE NEWS के इस सवाल के जवाब पर कनाडा के Immigration and Refugee Board (IRB) की प्रवक्ता माइलेन एस्त्रादा डेल रोसारियो ने Zee News को 2019 से 2023 तक का डेटा भेजा. जिसके मुताबिक इस साल अगस्त तक कनाडा से कुल 428 स्वघोषित खालिस्तानी आतंकियों से शरण मांगी थी, जिसमें से 246 स्वघोषित आतंकियों को कनाडा ने शरण दी है. इतना नहीं पिछले साल 2022 में कनाडा से 801 खालिस्तानी आतंकियों से शरण मांगी थी. जिसमें से 428 को कनाडा ने शरण दी थी. ऐसे ही साल 2021 में 141 खालिस्तानी आतंकियों ने कनाडा से शरण मांगी थी. जिसमें से 36 को कनाडा ने शरण दी थी. वहीं साल 2019 और 2020 में कनाडा ने एक भी खालिस्तानी आतंकी को शरण नहीं दी.

भारत विरोधी आतंकियों को शरण

यानी पिछले 2 साल और 8 महीने में कनाडा अब तक 734 स्वघोषित खालिस्तानी आतंकियों को अपने देश में शरण दे चुका है. ZEE NEWS को भेजे आधिकारिक डेटा में कनाडा की सरकारी Immigration and Refugee Board (IRB) ने खालिस्तानी आतंकियों के अलावा यह भी बताया की अब तक साल 2021 से 2023 के अगस्त महीने तक कनाडा अपने देश में 555 भारत विरोधी आतंकियों को शरण दे चुका है. जिसमें इस साल कनाडा ने 31 अगस्त तक अपने देश में 159 भारत विरोधी आतंकियों को शरण दी थी. जबकि साल 2019 और 2020 में इस कैटेगरी के लोगों को कनाडा ने शरण नहीं दी थी.

ट्रूडो जिम्मेदार?

विदेशी मामलों के विशेषज्ञ रोबिंदर सचदेव ने कनाडा के Immigration and Refugee Board (IRB) द्वारा Zee News को भेजे गए शरण देने पर आधिकारिक आंकड़ों पर Zee News की पड़ताल की तारीफ की है. साथ ही इस पूरी टाइमलाइन को देखते हुए दावा किया की कनाडा में साल 2021 के बाद से जो स्वघोषित आतंकियों को शरण देने का चलन विस्तृत रूप से शुरू हुआ उसके पीछे प्रधानमंत्री ट्रूडो और खालिस्तान समर्थक जगमीत सिंह की पार्टी का गठबंधन है. क्योंकि प्रधानमंत्री ट्रुडो खालिस्तान समर्थक जगमीत सिंह की पार्टी के सहारे ही प्रधानमंत्री की गद्दी पर साल 2021 से बैठे हैं ऐसे में यह साफ है की कनाडा द्वारा खालिस्तानी आतंकियों को शरण ट्रुडो सरकार सिर्फ कुर्सी बचाने के लिए ही दे रही है.

पिछले 1 महीने से तकरार

वैसे भारत और कनाडा के बीच पिछले 1 महीने से तकरार का केंद्र आतंकी हरदीप सिंह निज्जर की हत्या है जिस पर बार बार कनाडा के प्रधानमंत्री भारत पर निराधार आरोप लगा रहे हैं, ऐसे में Zee News के पास मौजूद Exclusive सबूतों के मुताबिक आतंकी हरदीप सिंह निज्जर कनाडा की खालिस्तान समर्थक नेता जगमीत सिंह की सत्तरूहढ़ पार्टी NDP जिसके भरोसे प्रधानमंत्री ट्रुडो की सरकार चल रही है उसका ना सिर्फ कार्यकर्ता था बल्कि पार्टी को चुनावी चंदा भी देता था और दिलवाता था.

आतंकियों से चंदा..

कनाडा के ब्रिटिश कोलंबिया प्रांत जहां निज्जर रहा करता था वहां के चुनाव आयोग की रिपोर्ट में NDP की ब्रिटिश कोलंबिया शाखा को चुनावी चंदा देने वालों में आतंकी निज्जर के अलावा जिस गुरुद्वारे का वो मुखिया था उसके कई सदस्य हैं. ऐसे में विदेशी मामलों के विशेषज्ञ रोबिंदर सचदेव के मुताबिक इसमें कोई शक नहीं की भारत पर आतंकी निज्जर की हत्या के झूठे आरोप ट्रुडो NDP के दबाव में लगा रहे हों जिसका मुखिया ना सिर्फ एक खालिस्तान समर्थक है बल्कि निज्जर भी इस पार्टी की फंडिंग तक मैनेज करता था.

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