Canada Hindus Attack: ब्रैम्पटन शहर में भारतीय उच्चायोग ने हिंदू सभा मंदिर के बाहर एक कॉन्सुलर कैंप लगाया था. ये कैंप भारतीय नागरिकों की जरूरतों को पूरा करने के लिए लगा था पर खालिस्तान समर्थकों ने विरोध के बहाने मंदिर पर ही हमला कर दिया.
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Canada News: कनाडा में हिंदुओं पर बड़ा हमला हुआ है. कनाडा के ब्रैम्पटन में हिंदू मंदिर में आए लोगों पर खालिस्तान समर्थकों ने हमला किया. लाठी-डंडे बरसाए और ऐसा इसलिए हुआ क्योंकि कनाडा में हिंदुस्तानी बंटे हुए हैं. घटना के बाद वहां तनाव बढ़ गया है. कनाडा के हिंदू अपनी सुरक्षा को लेकर परेशान हैं क्योंकि बांटो और राज करो के तहत खालिस्तानियों को ट्रूडो सरकार शह दे रही है. इसलिये मंदिर पर हमले के बाद कनाडा के हिंदुओं को योगी याद आ रहे हैं.
लेकिन अब कनाडा में हिंदुओं ने जबरदस्त एकता दिखाई है. यूपी के सीएम योगी आदित्यनाथ ने हरियाणा चुनाव में जिस बंटोगे तो कटोगे का नारा दिया था, वह अब कनाडा भी पहुंच गया है. जिस ब्रैंपटन में हिंदू मंदिर में श्रद्धालुओं पर हमला हुआ, उसके बाद सोमवार को बड़ी संख्या में वहां हिंदू जमा हुए और बंटोगे तो कटोगे के नारे लगाए.
सोशल मीडिया पर वीडियो वायरल
'Sabko ek hona padega' reaches Canada
- Hindu Priest at Hindu Sabha Temple in Brampton addressing Hindu Community after Khalistanis attacked the temple
This was the red line; now, both sides will enjoy their freedom of speech! pic.twitter.com/DjCByTljqG
— Megh Updates (@MeghUpdates) November 4, 2024
इसका एक वीडियो भी सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है, जिसमें भारी तादाद में लोग तिरंगा और धार्मिक झंडा लेकर नारेबाजी करते नजर आए. इस वीडियो में एक पुजारी हाथ में माइक लेकर लोगों से बंटोगे तो कटोगे का नारा लगवाता नजर आया. साथ ही भारत माता की जय के नारे भी लगाए गए.
पुजारी ने कहा कि यह सिर्फ नारे ही नहीं लगाने हैं, एकजुट भी रहना है. पुजारी ने लोगों से कहा, 'अब वक्त आ गया है, जब हम एकजुट हो जाएं. अपने बारे में नहीं बल्कि आने वाले वक्त के बारे में सोचना होगा. सबको एक होना होगा. हम किसी का विरोध करते नहीं हैं. मगर कोई अगर हमारा विरोध करेगा तो...'. इसके बाद नारेबाजी हो जाती है.
हिंदू बंटेंगे तो कटेंगे का नारा कनाडा के पीएम जस्टिन ट्रूडो के कानों में गूंज रहा है. एक तरफ तिरंगा और भगवा झंडा लेकर मंदिर में आये श्रद्धालु नारेबाजी कर रहे थे. दूसरी तरफ खालिस्तान समर्थक आपत्तिजनक नारे लगाने लगे. अचानक खालिस्तान समर्थकों ने हिंदुओं पर हमला कर दिया. झंडे में लगे डंडों से अटैक किया गया. यहां पुलिस खड़ी रही पर उसने खालिस्तानियों के खिलाफ कोई एक्शन नहीं लिया. इसके बाद जब हिंदू भागकर मंदिर के अंदर चले आये तब ट्रूडो की पुलिस ने चुन-चुनकर हिंदुओं को ही टारगेट करना शुरू कर दिया.
कनाडा में हिंदुओं पर अत्याचार
तीन-तीन पुलिसवालों ने मिलकर एक-एक हिंदू को गिरफ्तार किया. ऐसा लग रहा है मानो कनाडा की पुलिस खालिस्तानियों के इशारे पर उनके लिये ही काम कर रही है. ट्रूडो की पुलिस को हमला करनेवाले खालिस्तानी नहीं दिखे पर निर्दोष हिंदुओं को निशाना बनाने में कोई कमी नहीं रखी.
कनाडा पुलिस के कई पुलिसकर्मी ने हिंदुओं पर अटैक किया पर उसी समय योगी के नारे का इस्तेमाल करके हिंदुओं ने एक होकर विरोध किया और एक खालिस्तान समर्थक पुलिसकर्मी को वहां से हटने के लिये मजबूर कर दिया. कनाडा के हिंदू समझ गये हैं कि अगर उन्हें ट्रूडो के बांटो और राज करो की पॉलिसी का मुकाबला करना है तो उन्हें एक होना होगा.
क्यों शुरू हुआ विवाद?
अब समझिए कि ये पूरा विवाद शुरू क्यों हुआ. ब्रैम्पटन शहर में भारतीय उच्चायोग ने हिंदू सभा मंदिर के बाहर एक कॉन्सुलर कैंप लगाया था. ये कैंप भारतीय नागरिकों की जरूरतों को पूरा करने के लिए लगा था पर खालिस्तान समर्थकों ने विरोध के बहाने मंदिर पर ही हमला कर दिया. कनाडा के हिंदू इन हमलों के लिये ट्रूडो सरकार को जिम्मेदार मानते हैं..इन खबरों को देखकर भारत में भी चिंता बढ़ रही है.
अब समझिये कि अगर योगी के नारे को कनाडा में रहनेवाले हिंदुस्तानी अपना लें तो क्या होगा. कनाडा में कुल मिलाकर 13 लाख भारतीय रहते हैं. इनसे ज्यादा संख्या चीन के लोगों की है जो करीब 17 लाख हैं. अगर ये सभी भारतीय एक हो जाएं तो वहां की सबसे ताकतवर कम्युनिटी में एक हो सकते हैं. और तब ट्रूडो की पुलिस यहां तक कि खुद ट्रूडो की सरकार भी इनका कुछ नहीं बिगाड़ पाएगी.