Workout Tips: हैवी वेट उठाएं या ज्यादा रिपीटेशन करें? जानिए किससे मिलते हैं अमेजिंग रिजल्ट्स
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Workout Tips: हैवी वेट उठाएं या ज्यादा रिपीटेशन करें? जानिए किससे मिलते हैं अमेजिंग रिजल्ट्स

Workout Tips: जब स्ट्रेंथ ट्रेनिंग की बात आती है तो लोगों के मन में कई तरह के सवाल होते हैं. कई सारे लोग यह नहीं समझ पाते कि हैवी वेट उठाना अधिक रिपीटेशन करने से बेहतर है या इसके विपरीत?

Workout Tips: हैवी वेट उठाएं या ज्यादा रिपीटेशन करें? जानिए किससे मिलते हैं अमेजिंग रिजल्ट्स

Workout Tips: जब स्ट्रेंथ ट्रेनिंग की बात आती है तो लोगों के मन में कई तरह के सवाल होते हैं. उदाहरण के लिए, क्या आपको केवल वजन उठाना चाहिए या आपको बॉडीवेट व्यायाम भी करना चाहिए? यदि आप वेट ट्रेनिंग में हैं तो क्या कार्डियो करना जरूरी है? और सबसे आम प्रश्नों में से एक है कि क्या हैवी वेट उठाना अधिक रिपीटेशन करने से बेहतर है या इसके विपरीत? इसके बहुत सारे तर्क और उत्तर मौजूद हैं, लेकिन याद रखने वाली सबसे महत्वपूर्ण बात यह है कि आप अपने फिटनेस गोल को समझें.

हैवी वेट लिफ्टिंग से मसल्स बनती है
मसल्स को बनाने और मजबूत करने का सबसे अच्छा तरीका हैवी वेट उठाना है. इसके लिए कोई दो तरीके नहीं हैं. मेयो क्लिनिक के अनुसार समय के साथ जैसे-जैसे आपकी उम्र बढ़ती है, आपके शरीर का लीन मसल्स कम होता जाएगा और फैट का प्रतिशत बढ़ेगा. यह तब होगा जब आप अपनी खोई हुई मसल्स को बदलने के लिए कुछ नहीं करते हैं. वेट ट्रेनिंग एक्सरसाइज सहित स्ट्रेंथ ट्रेनिंग की मदद से आप किसी भी उम्र में अपनी मसल्स को संरक्षित और बढ़ा सकते हैं. इसके अलावा, वजन उठाने से मजबूत हड्डियों को विकसित करने में मदद मिलती है और वजन कंट्रोल होता है. हालांकि क्या आपको हैवी वेट लिफ्ट करना चाहिए या कम वजन के साथ अधिक रिपीटेशन करना चाहिए? आइए जानते हैं.

हैवी वेट या अधिक रिपीटेशन
सेलिब्रिटी ट्रेनर जो डॉवेल बताती है कि दोनों ही जरूरी है. अपने वर्कआउट रूटीन में कुछ हाई इंटेंस ट्रेनिंग (कम रिपीटेशन, भारी वजन) शामिल करना आपको बल्की (bulky) नहीं बना देगा. हालांकि एक्सपर्ट के अनुसार, यह सब आपके फिटनेस गोल और आपका शरीर कितना झेल सकता है, उस पर निर्भर करता है. यदि कोई जल्दी परिणाम चाहते हैं और अपनी मसल्स में वृद्धि करना चाहते हैं तो हैवी पेट उठाना अधिक फायदेमंद हो सकता है. दूसरी ओर, यदि आप धीरज और मसल्स दोनों का निर्माण करना चाहते हैं और परिणाम प्राप्त करने के लिए धैर्य रखते हैं, तो हल्का वजन और हाई रिपीटेशन आपके लिए अधिक उपयोगी हो सकते है.

कम वेट का मतलब कम रिजल्ट नहीं
यह ध्यान रखना महत्वपूर्ण है कि हल्का वजन उठाने का मतलब कम रिजल्ट नहीं है. मेन्स हेल्थ की एक रिपोर्ट के अनुसार एक व्यक्ति मसल्स का निर्माण उतना ही प्रभावी ढंग से कर सकता है जितना कि हल्के वजन का उपयोग करके और हाई रिपीटेशन करके भारी वजन उठाना. भारी और हल्की दोनों तरह की लिफ्टिंग के लिए आपको अपनी लिमिट बढ़ानी पड़ती है. या तो आप किलोग्राम पर बल्क अप करें या आप हाई रिपीटेशन के साथ तीव्रता बढ़ाएं. दोनों आपको प्रभावी परिणाम पेश करेंगे.

(Disclaimer: यहां दी गई जानकारी घरेलू नुस्खों और सामान्य जानकारियों पर आधारित है. इसे अपनाने से पहले चिकित्सीय सलाह जरूर लें. ZEE NEWS इसकी पुष्टि नहीं करता है.)

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