Budget Facts: आजादी के बाद 1950 तक बजट प्रकाशित करने का काम राष्ट्रपति भवन में होता था. लेकिन 1950 में बजट का कुछ हिस्सा लीक हो गया. इतना ही नहीं उनके खिलाफ विरोधियों ने प्रदर्शन किए.
Trending Photos
Union Budget 2023: वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण (Finance Minister Nirmala Sitharaman) 1 फरवरी को देश का आम बजट पेश करेंगी. हर बार की तरह इस बार के बजट से भी नौकरीपेशा से लेकर किसानों और व्यापारी वर्ग को काफी उम्मीदें हैं. मोदी सरकार के दूसरे कार्यकाल का अंतिम पूर्ण बजट होने के कारण भी इस बजट से उम्मीदें बढ़ जाती हैं. इस बार नौकरी पेशा आयकर छूट की सीमा में बढ़ोतरी के साथ ही 80सी में लिमिट बढ़ने की उम्मीद कर रहा है. दूसरी तरफ कई मीडिया रिपोर्ट में पीएम किसान सम्मान निधि योजना की राशि को 6000 से बढ़ाकर 8000 रुपये किये जाने का दावा किया जा रहा है.
26 जनवरी को निभाई गई हलवा सेरेमनी की परंपरा
बजट से पहले निभाई जाने वाली हलवा सेरेमनी (Halwa Ceremony) की परंपरा को 26 जनवरी को वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण के हाथों निभाया गया. इसके साथ ही बजट की छपाई का काम नॉर्थ ब्लॉक के बेसमेंट में शुरू हो गया. हलवा सेरेमनी के साथ ही बजट (Budget) प्रक्रिया में शामिल सभी लोगों का बाहरी दुनिया से कनेक्शन कट जाता है. लेकिन क्या आपको पता है किसी समय बजट की छपाई का काम राष्ट्रपति भवन (Rashtrapati Bhavan) में होता था. फिर अब यह नॉर्थ ब्लॉक (North Block) में क्यों हो रहा है, आइए जानते हैं इसका कारण-
1950 में लीक हो गया था बजट
आजादी के बाद 1950 तक बजट प्रकाशित करने का काम राष्ट्रपति भवन में होता था. लेकिन 1950 में बजट का कुछ हिस्सा लीक हो गया. बजट पेश होने के बाद तत्कालीन वित्त मंत्री जॉन मथाई पर बड़ी शक्तियों के हित साधने के आरोप लगा था. इतना ही नहीं उनके खिलाफ विरोधियों ने प्रदर्शन किए. अंजाम यह हुआ कि बजट को पेश करने के बाद जॉन मथाई को इस्तीफा देना पड़ा. इसके फलस्वरूप प्रिंटिंग के स्थान को बदलना पड़ा और बाद में नई दिल्ली के मिंटो रोड में बजट छापने की प्रक्रिया शुरू हुई.
1980 में बजट प्रकाशित होने की जगह में फिर से बदलाव हुआ. इस बार नॉर्थ ब्लॉक में प्रिंटिंग प्रेस लगाने का फैसला हुआ. उसके बाद से हमेशा केंद्रीय बजट की छपाई का काम नॉर्थ ब्लॉक में ही होता है.
भारत की पहली पसंद ZeeHindi.com - अब किसी और की ज़रूरत नहीं