रमणरेती यमुना नदी के किनारे स्थित एक खूबसूरत जगह है. ये जगह मथुरा से लगभग 5 किलोमीटर दूर है. रमणरेती भगवान कृष्ण की लीलाओं से जुड़ा हुआ है. कहा जाता है कि भगवान कृष्ण यहां रासलीला करते थे. रमणरेती में कई मंदिर और धार्मिक स्थल हैं, जिनमें रमण बिहारी मंदिर, रंगजी मंदिर और गोपीनाथ मंदिर प्रमुख हैं. रमणरेती के पास हिरण अभयारण्य और कुछ खूबसूरत मंदिर भी हैं जहां आप घूमने का आनंद ले सकते हैं.
गोकुल का चौरासी खंबा मथुरा से लगभग 12 किलोमीटर दूर गोकुल में स्थित एक ऐतिहासिक स्थल है. यह एक मंदिर है, जिसमें 84 खंभे हैं. कहा जाता है कि भगवान कृष्ण ने यहां कंस के अत्याचारों से बचाने के लिए गोपियों को अपनी अंगुली पर उठाकर पूरे ब्रह्मांड को दिखाया था.
दाऊजी (बल्देव) मंदिर मथुरा से लगभग 25 किलोमीटर दूर बल्देव में स्थित एक फेमस मंदिर है. यह मंदिर भगवान कृष्ण के बड़े भाई बलराम को समर्पित है. मंदिर में बलराम की भव्य प्रतिमा स्थापित है.
निधिवन मथुरा से लगभग 12 किलोमीटर दूर वृंदावन में स्थित एक प्रसिद्ध धार्मिक स्थल है. कहा जाता है कि यहाँ भगवान कृष्ण राधा और गोपियों के साथ रासलीला करते हैं. निधिवन में कई मंदिर और धार्मिक स्थल हैं, जिनमें निधिवन कुंड, राधा बल्लभ मंदिर और गोविंद देव मंदिर प्रमुख हैं. अगर आपको एकांत में बैठना पसंद है तो निधिवन आपके लिए अच्छा ऑप्शन हो सकता है.
बरसाना मथुरा से लगभग 40 किलोमीटर दूर स्थित एक फेमस तीर्थस्थल है. यह राधा रानी का जन्मस्थान है. ये मंदिर बरसाने के बीचों बीच एक पहाड़ी पर बना हुआ है. बरसाना में कई मंदिर और धार्मिक स्थल हैं, जिनमें लाडली जी मंदिर, मनोरथनाथ मंदिर और प्रेम मंदिर प्रमुख हैं.
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