Microsoft और OpenAI बनाएंगे AI सुपरकंप्यूटर "Stargate", जानें कीमत
Advertisement

Microsoft और OpenAI बनाएंगे AI सुपरकंप्यूटर "Stargate", जानें कीमत

AI Supercomputer: माइक्रोसॉफ्ट और ओपनएआई मिलकर एक बहुत बड़ा डाटा सेंटर बनाने की योजना बना रहे हैं, जिसकी लागत 100 अरब डॉलर तक हो सकती है. इस प्रोजेक्ट में "स्टारगेट" नाम का एक आर्टिफिशियल इंटेलीजेंस (AI) सुपरकंप्यूटर भी शामिल है. 

ai

Microsoft OpenAI Supercomputer: माइक्रोसॉफ्ट और ओपनएआई मिलकर एक बहुत बड़ा डाटा सेंटर बनाने की योजना बना रहे हैं, जिसकी लागत 100 अरब डॉलर तक हो सकती है. इस प्रोजेक्ट में "स्टारगेट" नाम का एक आर्टिफिशियल इंटेलीजेंस (AI) सुपरकंप्यूटर भी शामिल है. द इन्फॉर्मेशन की रिपोर्ट के मुताबिक माइक्रोसॉफ्ट इस प्रोजेक्ट को फंड करेगा. इस प्रोजेक्ट का कुल खर्च 115 अरब डॉलर से भी ज्यादा हो सकता है, जो पिछले साल सर्वर, इमारतों और उपकरणों पर माइक्रोसॉफ्ट के खर्च से तीन गुना ज्यादा है. आइए आपको इस प्रोजेक्ट के बारे में विस्तार से बताते हैं. 

सबसे बड़ा कम्पयूटर होगा

यह सुपरकंप्यूटर अगले छह सालों में बनने वाले कई कंप्यूटरों में से सबसे बड़ा होगा. रिपोर्ट के मुताबिक माइक्रोसॉफ्ट इस प्रोजेक्ट को फाइनेंस करेगा, जो मौजूदा सबसे बड़े डाटा सेंटर्स से 100 गुना ज्यादा महंगा होगा. 

कब तक लॉन्च हो सकता है स्टारगेट 

ओपनएआई का अगला बड़ा एआई अपग्रेड अगले साल के शुरुआत तक आ सकता है. वहीं, माइक्रोसॉफ्ट 2028 तक स्टारगेट को लॉन्च करना चाहता है. 100 अरब डॉलर की लागत का अंदाजा ओपनएआई के CEO से बात करने वाले और माइक्रोसॉफ्ट के शुरुआती अनुमानों को देखने वाले लोगों से मिली जानकारी पर आधारित है. माइक्रोसॉफ्ट के प्रवक्ता फ्रैंक शॉ ने एक बयान में कहा कि "हम हमेशा एआई क्षमता की सीमा को आगे बढ़ाने के लिए जरूरी अगली पीढ़ी के इंफ्रास्ट्रक्चर इनोवेशन की योजना बना रहे हैं."

पांच चरणों में बांटा गया सुपरकम्प्यूटर 

खबरों के मुताबिक ऑल्टमैन और माइक्रोसॉफ्ट के कर्मचारियों ने सुपरकंप्यूटरों को पांच चरणों में बांटा है, जिनमें से स्टारगेट पांचवां चरण है. माइक्रोसॉफ्ट फिलहाल ओपनएआई के लिए चौथे चरण के छोटे सुपरकंप्यूटर पर काम कर रहा है, जिसे 2026 में लॉन्च करने का लक्ष्य है. द इन्फॉर्मेशन की रिपोर्ट के मुताबिक दोनों कंपनियां अभी पांच चरणों वाली योजना के तीसरे चरण में हैं और अगले दो चरणों की लागत का एक बड़ा हिस्सा जरूरी AI चिप्स को खरीदने में लगेगा.

Trending news