फोन की जासूसी: Meta Platforms ने 8 कंपनियों के खिलाफ कार्रवाई की है. इन कंपनियों के बनाए स्पाईवेयर से iPhone, Android और Windows डिवाइस निशाना बनाए जाते थे. उन्होंने जो मैलवेयर इस्तेमाल किया, उसमें डिवाइस से जानकारी इकट्ठा करने और उस तक पहुंचने की क्षमता थी.
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8 Companies Spying On Phone Users: फेसबुक और इंस्टाग्राम चलाने वाली कंपनी Meta Platforms ने 8 कंपनियों के खिलाफ कार्रवाई की है, जो कि इटली, स्पेन और यूएई में स्थित हैं. ये कंपनियां गुप्त जासूसी करने का काम करती थीं. टीओआई की रिपोर्ट के मुताबिक, ये जानकारी Meta की 2023 की चौथी तिमाही की धोखाधड़ी रिपोर्ट में दी गई है. Hacker News की एक रिपोर्ट के अनुसार, इन कंपनियों के बनाए स्पाईवेयर से iPhone, Android और Windows डिवाइस निशाना बनाए जाते थे. उन्होंने जो मैलवेयर इस्तेमाल किया, उसमें डिवाइस से जानकारी इकट्ठा करने और उस तक पहुंचने की क्षमता थी, जिसमें स्थान, फोटो, मीडिया, संपर्क, कैलेंडर, ईमेल, एसएमएस, सोशल मीडिया और मैसेजिंग ऐप शामिल हैं. यह माइक्रोफोन, कैमरा और स्क्रीनशॉट के लिए भी कार्यक्षमता को सक्षम कर सकता है.
कौन की कंपनी हैं-
* Cy4Gate/ELT Group
* RCS Labs
* IPS Intelligence
* Variston IT
* TrueL IT
* Protect Electronic Systems
* Negg Group
* Mollitiam Industries
सोशल मीडिया यूजर्स टारगेट पर
कुछ कंपनियों ने फेसबुक, इंस्टाग्राम, ट्विटर (X), यूट्यूब, स्काइप, गिटहब, रेडिट, गूगल, लिंक्डइन, क्वोरा, टम्बलर, वीके, फ्लिकर, टिकटॉक, स्नैपचैट, गेटर, वाइबर, ट्विच और टेलीग्राम सहित कई प्लेटफॉर्मों पर लोगों की जानकारी चुराने, उन्हें धोखा देने और उनसे पैसे हड़पने की कोशिश की थी.
कुछ फर्जी अकाउंट्स, जो RCS Labs से जुड़े थे (जो कि Cy4Gate की कंपनी है), उसने कथित तौर पर लोगों को धोखा देकर उनका फोन नंबर, ईमेल पता हासिल किया और उन्हें फर्जी लिंक पर क्लिक कराया, ताकि उनकी जानकारी चुराई जा सके. इटली की एक कंपनी Variston IT, जो जासूसी के लिए सॉफ्टवेयर बनाती है, उसके कुछ फेसबुक और इंस्टाग्राम अकाउंट्स का इस्तेमाल किया गया था. अब वो अकाउंट्स बंद कर दिए गए हैं. उन अकाउंट्स का इस्तेमाल नुकसानदायक लिंक शेयर करने और उन लिंक्स को और खतरनाक बनाने के लिए किया गया था. खबरों के मुताबिक, यह कंपनी अब बंद हो रही है.
Meta ने Negg Group के अकाउंट्स को पकड़ लिया, जो अपने जासूसी सॉफ्टवेयर को फैलाने के लिए टेस्टिंग कर रहे थे. साथ ही, Mollitiam Industries नाम की एक स्पेनिश कंपनी के अकाउंट्स भी पकड़े गए, जो लोगों की जानकारी इकट्ठा करने वाला सॉफ्टवेयर बनाती है और विंडोज, मैक और एंड्रॉयड डिवाइसों के लिए जासूसी सॉफ्टवेयर बेचती है.
कौन सी टेक्नीक अपना रहे हैकर्स?
साइबर सुरक्षा के मामले में, अभी तक यह साफ नहीं है कि कंपनियों ने लोगों की जानकारी चुराने के लिए कौन सी तकनीक इस्तेमाल की, लेकिन एक स्वीडिश टेलीकॉम सुरक्षा कंपनी को शक है कि उन्होंने "MM1_notification.REQ" नाम के खास तरह के मैसेज का इस्तेमाल किया होगा. यह एक ऐसा खास टेक्स्ट मैसेज है, जिसे "बाइनरी एसएमएस" भी कहते हैं. ये मैसेज किसी डिवाइस को बताता है कि उसके लिए एक और मैसेज (MMS) किसी जगह (MMSC) पर इंतजार कर रहा है.