गूगल के CEO सुंदर पिचाई (Google CEO Sundar Pichai) ने शायद ये बड़ा सवाल आखिरकार जवाब दे दिया है - क्या माइक्रोसॉफ्ट ने आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस से चलने वाले नए सर्च इंजन 'बिंग' को लॉन्च करके बढ़त बना ली है, इस पर क्या गूगल ने भी कोई जश्न मनाया?
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ब्लूमबर्ग को दिए इंटरव्यू में गूगल के CEO सुंदर पिचाई (Google CEO Sundar Pichai) ने शायद ये बड़ा सवाल आखिरकार जवाब दे दिया है - क्या माइक्रोसॉफ्ट ने आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस से चलने वाले नए सर्च इंजन 'बिंग' को लॉन्च करके बढ़त बना ली है, इस पर क्या गूगल ने भी कोई जश्न मनाया? उन्होंने कहा कि वो सिर्फ अपने काम पर फोकस कर रहे हैं और 'दूसरों की धुन पर नाचने' में यकीन नहीं रखते. उनका कहना था कि 'बाहर के शोर को सुनना और दूसरों के इशारे पर काम करना गलत फैसला हो सकता है.' उन्होंने आगे कहा, 'मैं हमेशा से इस बारे में स्पष्ट रहा हूं. मुझे लगता है कि हमें ये बिल्कुल पता है कि हमें क्या करना है.' जब उनसे पूछा गया कि "तो आप अपनी ही धुन पर चल रहे हैं?" पिचाई ने कहा, 'बिल्कुल वही'
सत्य नडेला ने क्या कहा?
इस साल की शुरुआत में, माइक्रोसॉफ्ट के CEO सत्या नडेला खोज के मामले में गूगल की बढ़त के बारे में बात कर रहे थे. लेकिन, आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस से लैस बिंग सर्च इंजन लॉन्च करने के बाद, उन्होंने कहा कि एआई दोनों कंपनियों के लिए एक नया युद्धक्षेत्र बन सकता है. 'आज हमने आपस में टक्कर ली. आज का दिन वह दिन था जब हम सर्च इंजन में थोड़ी और प्रतिस्पर्धा लेकर आए. यकीन मानिए, मैं 20 सालों से इस काम में हूं और इसका ही इंतजार कर रहा था,'
नडेला ने कहा. उन्होंने ये भी कहा कि जब सर्च की बात आती है तो गूगल अभी भी एक 'बहुत बड़ी ताकत' है. उन्होंने कहा, 'अंत में देखा जाए तो, सर्च के मामले में गूगल एक बहुत बड़ी ताकत है. ये तो सभी जानते हैं. मुझे उम्मीद है कि हमारी नई खोज के बाद वो भी जवाब देंगे और दिखाएंगे कि वो भी कुछ कर सकते हैं. मैं चाहता हूं कि सबको पता चले कि हमने उन्हें दौड़ में शामिल कर लिया है, और मेरे ख्याल से वो दिन शानदार होगा.'
माइक्रोसॉफ्ट ने AI पर किया भारी खर्चा
हाल ही में एक रिपोर्ट में बताया गया था कि माइक्रोसॉफ्ट ने गूगल से एआई तकनीक में पिछड़ने के डर से OpenAI नामक कंपनी में पैसा लगाया है. इस बारे में पूछे जाने पर, सुन्दर पिचाई का कहना था कि टेक्नॉलॉजी के क्षेत्र में हमेशा ही बहुत मुकाबला होता है. 'ये तो आम बात है. आगे रहने का तरीका है लगातार नई चीज़ें ईजाद करना. ये हर समय ज़रूरी है. और रफ्तार भी बहुत तेज हो गई है. टेक्नॉलॉजी में बदलाव पहले से कहीं ज़्यादा तेज़ी से हो रहे हैं. तो ये मेरे लिए कोई आश्चर्य की बात नहीं है.'