Indian Cricket: भारतीय क्रिकेट में कई ऐसे दिग्गज क्रिकेटर्स रहे हैं, जिनका करियर शानदार रहा, लेकिन फेयरवेल मैच नहीं मिला. ताजा उदाहरण रविचंद्रन अश्विन हैं, जिन्होंने चल रही बॉर्डर गावस्कर ट्रॉफी के बीच अचानक इंटरनेशनल क्रिकेट को अलविदा कह दिया. उन्होंने लास्ट मैच एडिलेड में खेला, जबकि ब्रिस्बेन में हुए मुकाबले के तुरंत बाद उन्होंने संन्यास की घोषणा की. ऐसे में आइए जानते हैं ऐसे 8 भारतीय दिग्गज क्रिकेटर के बारे में, जिन्होंने फेयरवेल मैच नहीं मिला.
रविचंद्रन अश्विन ने ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ तीसरे टेस्ट के बाद अचानक इंटरनेशनल क्रिकेट से संन्यास की घोषणा की. उन्हें फेयरवेल मैच नहीं मिला.
एम.एस. धोनी ने आखिरी बार 2019 वनडे वर्ल्ड कप के सेमीफाइनल में भारत के लिए खेला था. वहीं, 2020 में अचानक संन्यास की घोषणा कर दी थी.
वीरेंद्र सहवाग ने 2013 में उचित फेयरवेल मैच मिले बिना ही संन्यास ले लिया.
युवराज सिंह को कथित तौर पर 2017 में फेयरवेल मैच की पेशकश की गई थी, लेकिन उन्होंने इस मौके से इनकार कर दिया.
हरभजन सिंह ने आखिरी बार 2016 में भारत के लिए मैच खेला था और 2021 में उन्होंने खेल के सभी फॉर्मेट से संन्यास ले लिया.
जहीर खान ने 2011 के वनडे विश्व कप के बाद धीरे-धीरे भारतीय टीम में अपनी जगह खो दी और आखिरकार 2015 में उन्होंने संन्यास की घोषणा कर दी.
शिखर धवन 2024 की शुरुआत में क्रिकेट के सभी फॉर्मेट से लौटे और उन्हें भारत के लिए कभी भी उचित फेयरवेल मैच नहीं मिला.
वीवीएस लक्ष्मण ने 2012 में टेस्ट क्रिकेट से संन्यास ले लिया था, लेकिन उन्हें उचित फेयरवेल मैच नहीं मिला.
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