Asia Cup 2022: अफगानिस्तान और पाकिस्तान के बीच हुआ सुपर-4 मुकाबला तनाव से भरपूर रहा. जहां खिलाड़ियों के बाद फैंस भी एक दूसरे से भिड़ गए. अब इस मामले के बाद पीसीबी एक्शन लेना चाहती है.
Trending Photos
Afghanistan fans beat Pak Fans: एशिया कप के ‘सुपर फोर’ चरण में पाकिस्तान और अफगानिस्तान के बीच बेहद रोमांचक मैच के बाद दोनों पड़ोसी देशों के फैंस के बीच मैदान के बाहर भिड़ंत हो गई. इससे पहले दोनों देशों के प्रशंसक पिछले साल टी20 विश्व कप और 2019 एकदिवसीय विश्व कप में दौरान भी एक-दूसरे से भिड़ गए थे.
मैच के बाद हुआ था विवाद
बुधवार को शारजाह में खेले गए मैच में यह विवाद तब और बढ़ गया जब पाकिस्तान के बल्लेबाज आसिफ अली ने आउट होने के बाद अफगानिस्तान के तेज गेंदबाज फरीद अहमद को मारने के लिए अपना बल्ला उठा लिया था. आसिफ का विकेट लेने के बाद फरीद उनके करीब आकर जश्न मना रहे थे. मैदान के बाहर भी दोनों देशों के फैंस अपनी भावनाओं पर काबू नहीं रख सके. सोशल मीडिया पर वायरल हो रहे वीडियो में फैंस को सीट को उठाकर एक-दूसरे पर फेंकते हुए देखा जा रहा है.
पुलिस ने लिया था एक्शन
‘ईएसपीनक्रिकइंफो’ की खबर के मुताबिक शारजाह पुलिस ने अफगानिस्तान के कई फैंस को हिरासत में लिया था लेकिन किसी को गिरफ्तार नहीं किया गया था. रिपोर्ट के मुताबिक, ‘मैदान पर मौजूद कुछ प्रत्यक्षदर्शियों ने कहा कि पूरे मैच के दौरान काफी गहमागहमी की स्थिति थी. स्टैंड के एक हिस्से से खिलाड़ियों पर वस्तुएं फेंकी गईं, जबकि मैच के बाद स्टेडियम के बाहर भी हिंसक झड़पें हुईं.’ इस तरह की हिंसक झड़प के बाद पाकिस्तान क्रिकेट बोर्ड (पीसीबी) ने अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट परिषद (आईसीसी) से इसकी शिकायत करेगा.
पीसीबी ने लिया एक्शन
पीसीबी सूत्र ने कहा, ‘पीसीबी जल्द ही आईसीसी, एशियाई क्रिकेट परिषद (एसीसी), अमीरात क्रिकेट बोर्ड (ईसीबी), शारजाह क्रिकेट परिषद और कार्यक्रम के आयोजकों को पत्र भेजकर पाकिस्तानी प्रशंसकों के साथ मैच के बाद की घटनाओं पर अपनी नाराजगी और चिंता व्यक्त करेगा.’ इस विवाद के बाद अफगानिस्तान क्रिकेट बोर्ड (एसीबी) ने भी एक बयान जारी किया.
उन्होंने कहा, ‘अफगानिस्तान की टीम ने हमेशा अपने बेहतरीन प्रदर्शन के साथ अफगान मूल्यों का प्रतिनिधित्व किया है. क्रिकेट को वास्तव में ‘जेंटलमैन गेम (भद्रजनों का खेल)’ के तौर पर जाना जाता है. हमें उम्मीद है कि अन्य लोग भी खेल के प्रति जुनून और समर्पण का सम्मान करेंगे और दो देशों के बीच प्रेम और सद्भाव बनाए रखने की कोशिश करेंगे.