खुशखबरी! अब जल्दी एक्सपायर नहीं होंगी प्लेटलेट्स, वैज्ञानिकों ने किया खुलासा
Advertisement

खुशखबरी! अब जल्दी एक्सपायर नहीं होंगी प्लेटलेट्स, वैज्ञानिकों ने किया खुलासा

कई बार प्लेटलेट्स सिर्फ इसीलिए खराब हो जाती थीं क्योंकि उनकी एक्सपायरी डेट 5 दिन की थी. लेकिन अब शोधकर्ता एक रिसर्च कर रहे हैं जिससे प्लेटलेट्स की एक्सपायरी बढ़ाई जा सकेगी. जानें क्या है पूरा मामला.

प्लेटलेट्स की स्टोरेज लाइफ बढ़ सकती है (फाइल फोटो)

नई दिल्लीः अभी तक प्लेटलेट्स को कमरे के तापमान (20-24ºC) पर संग्रहीत किया जाता है. फिलहाल प्लेटलेट्स की शेल्फ लाइफ संग्रहीत करने से लेकर कलेक्ट करने तक सिर्फ 5 दिन है. लेकिन अब शोधकर्ता इस पर अधिक रिसर्च कर रहे हैं जिससे प्लेटलेट्स को अधिक समय तक संग्रहीत किया जा सके. चलिए जानते हैं कहां हो रही है ये रिसर्च और क्या है इसका मकसद. 

  1. प्लेटलेट्स स्टोरेज की शेल्फ लाइफ बढ़ने पर शोध शुरू
  2. ब्लड प्लेटलेट्स का होगा मोलेक्यलैर विश्लेषण
  3. प्लेटलेट-एडिटिव सॉल्यूशंस का होगा इस्तेमाल

कौन कर रहा है ये रिसर्च-

सिविल अस्पताल के करनाल रीजनल ब्लड ट्रांसफ्यूजन सेंटर में प्लेटलेट्स स्टोरेज की शेल्फ लाइफ को पांच से सात दिनों तक बढ़ाने पर शोध काम शुरू होने करने जा रहा है. मंडी गोबिंदगढ़, पंजाब के देश भगत यूनिवर्सिटी की पीएचडी स्टू्डेंट अंजू सिंह, रीजनल ब्लड ट्रांसफ्यूजन ऑफिसर डॉ संजय वर्मा के मार्गदर्शन में सेंटर में शोध का काम करेंगी. हेल्थ डिपार्टमेंट ने इसके लिए मंजूरी भी दे दी है.

ये भी पढ़ें :- बढ़ती टेंशन के बीच चांद भी बन रहा मर्दों की नींद का दुश्मन! वजह भी जान लीजिए

क्या होगा इससे फायदा

यदि प्लेटलेट्स की स्टोरेज लाइफ 5 से बढ़कर 7 दिन हो जाती है तो अधिकारियों का दावा किया कि शेल्फ लाइफ को बढ़ाने से प्लेटलेट्स की बर्बादी को कम करने और जरूरतमंद मरीजों को इसे समय पर उपलब्ध कराने में बहुत मदद मिलेगी.

ब्लड प्लेटलेट्स का होगा मोलेक्यलैर विश्लेषण

इस रिसर्च से ये जानने में भी मदद मिलेगी कि किसी भी मरीज का ब्लड ग्रुप कोई भी हो यानि ब्लड ग्रुप के स्टेटस पर फर्क पड़े बिना ब्लड प्लेटलेट्स के मोलेक्यलैर विश्लेषण से मरीज के लिए ब्लड प्लेटलेट्स का उपयोग हो सकता है या नहीं. 

कैसे होगी रिसर्च

शोध के दौरान अलग-अलग मरीजों पर तीन, पांच और सात दिनों के निश्चित अंतराल पर प्लेटलेट काउंट में वृद्धि की गणना, प्लेटलेट काउंट की जांच, पीएच लेवल की जांच, प्लेटलेट्स के आकार की जांच के साथ ही इंफेक्शन की जांच के लिए उसके कल्चर और अन्य विकास पर भी शोध किया जाएगा.

ये भी पढ़ें :- डायबिटीज के रोगी सावधान, भूलकर भी न खाएं ये 6 फूड, अचानक बढ़ जाएगा शुगर लेव

डॉ संजय वर्मा का कहना है कि प्लेटलेट्स को आमतौर पर ट्रांसफ्यूजन से पहले पांच दिनों तक संग्रहीत किया जाता है, लेकिन हम ‘प्लेटलेट-एडिटिव सॉल्यूशंस’ को अपनाकर इसकी शेल्फ लाइफ को सात दिनों तक बढ़ाने के लिए एक शोध शुरू करने जा रहे हैं. हमें उम्मीद है कि एक साल के भीतर ही इस रिसर्च के नतीजों और उसके लक्ष्यों को हम प्राप्त कर लेंगे.

ये भी पढ़ें :- सिर्फ 8 घंटे में सबकुछ खाकर कम कर सकते हैं वजन? जानें एक्सपर्ट की राय

Trending news