Earth and Moon: और कितने चांद संभाल सकता है आसमान, जानकर चौंक जाएंगे आप
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Earth and Moon: और कितने चांद संभाल सकता है आसमान, जानकर चौंक जाएंगे आप

Earth Second Moon: अगर आप उन लोगों में से हैं, जो कई चांद आसमान में देखना चाहते हैं तो जान लीजिए कि कितने चांद आसमान में देख सकते हैं, जिससे धरती पर जानमाल की हानि भी ना हो.

फाइल फोटो

How Many Moons Does Earth Have: बॉलीवुड म्यूजिक इंडस्ट्री में चांद और आसमान पर कई गाने लिखे गए. गाने, शायरी, कविता लिखते हुए कई सारे शायरों और लेखकों ने आसमान में कई सारे चांद होने की कल्पना की. आज हमने सोचा की इस सवाल का जवाब आज दे ही देते हैं. हम आपको बताएंगे कि कई सारे चांद अगर आसमान में होंगे तो क्या होगा? क्या आसमान इस हालत में हैं कि वो कई चांद संभाल सके? इससे धरती पर क्या फर्क पड़ेगा और अगर कई चांद आसमान में आ सकते हैं तो कितने आ सकते हैं? इन सभी हाइपोथेटिकल सवालों का जवाब आपको यहां पता चलेगा. आपको बता दें कि धरती और चंद्रमा के आपसी संतुलन से जीवन का आस्तित्व बना हुआ है और गुरुत्वाकर्षण इस संतुलन में अहम भूमिका निभाता है.    

तीन चांद और एक आसमान

अपनी धरती सौर मंडल परिवार का हिस्सा है और सौर मंडल के कई सदस्यों (बृहस्पति और शनि) के पास उनके कई सारे चांद हैं. धरती के पास भी अपना एक चांद है. लेकिन क्या धरती इस अवस्था में हैं कि कई चांद को संभल सके. 3000 सालों के सिमुलेशन पर एक अध्ययन किया गया. जिसमें पाया कि धरती वास्तविक चांद के जैसे ही दो और चांद संभाल सकती है. अगर चांद के साइज को छोटा रखा जाए तो और भी चांद आसमान में फीट हो सकते हैं. 

कैसा हो चांद, कितना हो असमान

वैज्ञानिकों ने अपने सिमुलेशन के आधार पर माना है कि धरती के वास्तविक चांद के जैसे ही दो और चांद इस आसमान में आ सकते है. अपनी एक स्टडी में वैज्ञानिक पाते हैं कि तीन और चांद भी आसमान में सकते हैं. लेकिन उनका आकार अलग होगा. पहला जो वास्तविक चांद के बराबर हो. दूसरा जो इस चांद का छठवें हिस्से के बराबर हो. तीसरा जो चांद के सौवें हिस्से के बराबर हो. 

क्या बोले वैज्ञानिक 

यूनिर्वसिटी ऑफ टेक्सास के फिजीसिस्ट सुमन सत्याल बताते हैं कि शनि और बृहस्पति के सारे चांद अलग आकार और अलग साइज के हैं. सत्याल आगे कहते हैं कि किसी भी सिमुलेशन की गणना की जा सकती है. पर उसमें जो स्थितियां पैदा होंगी वो अच्छी और बेहद बुरी दोनों हो सकती हैं . फिजीसिस्ट बिली क्वाल्र्स कहते हैं कि उनके द्वारा जो गणना की गई है, उसमें गुरुत्वाकर्षण को शामिल नहीं किया गया है. मंथली नोटिसेस ऑफ द रॉयल एस्ट्रोनॉमिकल सोसाइटी में प्रकाशित एक रिर्पोट बताती है कि चांद के आने से धरती पर रात की खूबसूरती बढ़ जाएगी. लेकिन चांद की धरती से दूरी अगल अलग होगी.    

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