Shattila Ekadashi 2024: माघ महीने के कृष्ण पक्ष की एकादशी को षटतिला एकादशी कहते हैं. षटतिला एकादशी के व्रत, पूजा, दान आदि में तिल के उपयोग का बड़ा महत्व है.
Trending Photos
Shattila Ekadashi par til ke upay: हिंदू धर्म में हर व्रत-त्योहार को मनाने के नियम बताए गए हैं. अलग-अलग व्रत की पूजा विधि बताई गई हैं. षटतिला एकादशी व्रत में तिल का 6 प्रकार से उपयोग करने का विधान है. धर्म-शास्त्रों के अनुसार यदि गृहस्थजन षटतिला एकादशी के दिन 6 तरह से तिल का प्रयोग करते हैं तो उनके जीवन में चल रहे सभी कष्ट खत्म हो जाते हैं. साथ ही उन्हें जन्म-मृत्यु के चक्र से निजात मिलती है और मोक्ष की प्राप्ति होती है. षटतिला एकादशी पर तिल के 6 उपयोग जानते हैं.
तिल के 6 उपयोग
1 - तिल का उबटन अपने शरीर पर लगाएं. तिल का उबटन लगाने के ढेरों फायदे हैं. सर्दी के मौसम में तिल का उबटन लगाने से शरीर को ऊर्जा मिलती है और कई तरह के विकार दूर होते हैं.
2 - तिल का सबसे पहला प्रयोग स्नान करते समय करें. इसके लिए नहाते समय पानी में थोड़ी सी तिल डाल लें. फिर भगवान विष्णु का स्मरण करते हुए स्नान करें.
3 - स्नान के बाद भगवान विष्णु की पूजा और हवन करें. फिर पूर्व दिशा की ओर मुख करके खड़े हों और 5 मुट्ठी तिल लें. 'ओम नमो भगवते वासुदेवाय' मंत्र का जप करते हुए तिल की हवन में आहुति दें.
4 - षटतिला एकादशी के दिन पितरों का तर्पण करें. इसके लिए दक्षिण दिशा की ओर मुंह करके खड़े हो जाएं और फिर पितरों को तिल का तर्पण करें.ऐसा करने से पितृ दोष समेत जीवन की कई समस्याएं दूर होती हैं.
5 - तिल का दान करें. षटतिला एकादशी के दिन तिल का दान करने से पुण्य फल और मोक्ष की प्राप्ति होती है. इस दिन ब्राह्मणों, संत, गरीबों को तिल का दान करें.
6 - षटतिला एकादशी के दिन तिल का सेवन जरूर करें. शाम के समय तिलयुक्त फलाहार बनाकर भगवान विष्णु को भोग लगाएं और फिर यह प्रसाद दूसरों को बांटें, साथ ही स्वयं भी यह प्रसाद ग्रहण करें.
(Disclaimer: यहां दी गई जानकारी सामान्य मान्यताओं और जानकारियों पर आधारित है. ZEE NEWS इसकी पुष्टि नहीं करता है.)