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Masik Shivratri Puja Muhurat 2024: ज्योतिष शास्त्र के अनुसार हर माह चतुर्दशी तिथि को मासिक शिवरात्रि का व्रत रखा जाता है. हर माह की त्रयोदशी भगवान शिव को समर्पित होती है. इस दिन भगवान शिव और मां पार्वती की पूजा भगवान शिव को प्रसन्न करती हैं और उनकी कृपा से भक्तों के सभी कष्ट दूर होते हैं. मासिक शिवरात्रि के दिन भगवान शिव की विधि-विधान से पूजा की जाती है.
वैदिक पंचांग के अनुसार मासिक शिवरात्रि का पर्व हर माह के कृष्ण पक्ष की चतुर्दशी तिथि के दिन रखा जाता है. बता दें कि इस बार ज्येष्ठ माह की मासिक शिवरात्रि 4 जून के दिन मनाई जाएगी. जानें इस दिन पूजा का शुभ मुहूर्त और इसके महत्व के बारे में.
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ज्येष्ठ माह मासिक शिवरात्रि 2024
हिंदू पंचांग के अनुसार मासिक शिवरात्रि ज्येष्ठ माह के कृष्ण पक्ष की चतुर्दशी तिथि को भगवान शिव को समर्पित मासिक शिवरात्रि का व्रत रखा जाता है. बता दें कि इस बार शिवरात्रि 4 जून को मनाई जाएगी. पौराणिक कथा के अनुसार मासिक शिवरात्रि के दिन मां लक्ष्मी, इंद्राणी, सरस्वती, गायत्री, सीता, पार्वती और रति ने व्रत किया था. मान्यता है कि इस दिन व्रत रखने से भगवान शिव की कृपा प्राप्ति होती है. साथ ही जीवन सुखमय होता है.
मासिक शिवरात्रि पर शुभ तिथि
हिंदू पंचांग के अनुसार ज्येष्ठ माह की मासिक शिवरात्रि 4 जून को मनाई जाएगी. बता दें कि इस दिन चतुर्दशी की शुरुआत 4 जून रात 10 बजकर 1 मिनट से हो रही है और समाप्ति 5 जून 2024 को रात 7 बजकर 54 मिनट पर होगा. ज्योतिष शास्त्र के अनुसार मासिक शिवरात्रि के दिन भगवान शिव की पूजा रात्रि में करने का विधान है. इसलिए मासिक शिवरात्रि इस बार 4 जून को मनाई जाएगी.
मासिक शिवरात्रि पूजा का मुहूर्त
ज्योतिष शास्त्र के अनुसार मासिक शिवरात्रि के दिन भगवान शिव की पूजा अगर शुभ मुहूर्त में किया जाए, तो भक्तों को शुभ फलों की प्राप्ति होती है. बता दें कि मासिक शिवरात्रि का शुभ मुहूर्त रात्रि 11 बजकर 59 मिनट से लेकर 12 बजकर 40 मिनट तक का बताया जा रहा है. इस शुभ मुहूर्त में भगवान शिव की पूजा करने का अलग महत्व बताया जाता है. शुभ मुहूर्त में पूजा करने से भगवान शिव जल्दी प्रसन्न होते हैं और भक्तों पर कृपा बरसाते हैं.
मासिक शिवरात्रि का महत्व
मान्यताओं के अनुसार मासिक शिवरात्रि का व्रत भगवान शिव को बेहद प्रिय है. ये व्रत चतुर्दशी के दिन रखा जाता है और इस दिन भगवान शिव और मां पार्वती का विवाह हुआ था. पौराणिक मान्यताओं के अनुसार आज के दिन भगवान शिव ने पहली बार शिवलिंग का रूप धारण किया था.
धार्मिक मान्यताओं के अनुसार मासिक शिवरात्रि की रात शिवलिंग को छूने मात्र से ही भगवान शिव और मां पार्वती दोनों का आशीर्वाद प्राप्त होता है. मासिक शिवरात्रि के दिन शिवलिंग में भगवान शिव और मां पार्वती दोनों का वास होता है. धार्मिक मान्यताओं के अनुसार इस दिन शिवलिंग की पूजा और छूने मात्र से ही रोग-दुखों से मुक्ति मिलती है. साथ ही, वैवाहित जीवन में खुशहाली आती है.
(Disclaimer: यहां दी गई जानकारी सामान्य मान्यताओं और जानकारियों पर आधारित है. ZEE NEWS इसकी पुष्टि नहीं करता है.)