Shani Dhaiya se Kaise Bachein: अगर आपको बनते हुए काम बिगड़ जाते हैं. नौकरी-कारोबार में परेशानी झेल रहे हैं तो आप पर शनि का साया हो सकता है. इस निराकरण के लिए आप इस महाशिवरात्रि को खास उपाय कर सकते हैं.
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Shani ki Sadhesati Kaise Door Karein: शनि देव (Shani Dev) को न्याय का देवता माना जाता है. कहते हैं कि शनि देव जिस पर बिगड़ जाएं, उसे बर्बाद होने से कोई नहीं बचा सकता. ऐसे लोगों पर शनि की ढैय्या और साढ़ेसाती शुरू हो जाती है. ऐसे लोग धीरे-धीरे कंगाली और बीमारी की गिरफ्त में आने लगते हैं. इस समय कुंभ, मकर, वृश्चिक और कर्क राशि वालों पर शनि की साढ़ेसाती चल रही है. जिसके चलते ऐसे लोगों को तमाम तरह की समस्याओं का सामना करना पड़ रहा है.
महाशिवरात्रि 2023 के उपाय (Mahashivaratri 2023 Remedies)
अगर आप भी इनमें से किसी राशि से संबंध रखते हैं तो भगवान शिव Lord Shiva की शरण में चले जाएं, वे आपको निश्चित रूप से इस संकट से उबार देंगे. ज्योतिष शास्त्रियों के अनुसार शनि (Shani Dev) के कोप से बचने के लिए आपको 17 फरवरी को होने वाली महाशिवरात्रि पर भोले शंकर की पूजा करनी है. साथ ही विधि विधान के साथ शिव मंत्रों का जाप करना है. अगर आपकी आराधना सच्ची हुई तो आपके जीवन के सारे कष्ट हरते देर नहीं लगेगी.
महाशिवरात्रि पर जरूर करें ये मंत्र जाप
महामृत्युंजय मंत्र- ॐ त्र्यम्बकं यजामहे सुगन्धिं पुष्टिवर्धनम्. उर्वारुकमिव बन्धनान् मृत्योर्मुक्षीय मामृतात्॥
ॐ नमः शिवायः'
रुद्राष्टकम- नमामीशमीशान निर्वाण रूपं, विभुं व्यापकं ब्रह्म वेदः स्वरूपम् .
निजं निर्गुणं निर्विकल्पं निरीहं, चिदाकाश माकाशवासं भजेऽहम् ॥
निराकार मोंकार मूलं तुरीयं, गिराज्ञान गोतीतमीशं गिरीशम् .
करालं महाकाल कालं कृपालुं, गुणागार संसार पारं नतोऽहम् ॥
तुषाराद्रि संकाश गौरं गभीरं, मनोभूत कोटि प्रभा श्री शरीरम् .
स्फुरन्मौलि कल्लोलिनी चारू गंगा, लसद्भाल बालेन्दु कण्ठे भुजंगा॥
चलत्कुण्डलं शुभ्र नेत्रं विशालं, प्रसन्नाननं नीलकण्ठं दयालम् .
मृगाधीश चर्माम्बरं मुण्डमालं, प्रिय शंकरं सर्वनाथं भजामि ॥
प्रचण्डं प्रकष्टं प्रगल्भं परेशं, अखण्डं अजं भानु कोटि प्रकाशम् .
त्रयशूल निर्मूलनं शूल पाणिं, भजेऽहं भवानीपतिं भाव गम्यम् ॥
शिवरात्रि पर इन कार्यों को न भूलें
आप महाशिवरात्रि (Mahashivaratri 2023) वाले दिन सुबह ब्रह्म मुहूर्त में उठकर नित्य क्रिया के पश्चात स्नान करें. इसके बाद लोटा या कलश में जल भरकर उसमें दूध-मिस्री, धतूरे के पत्ते और गंगाजल मिलाएं. फिर नजदीक के मंदिर में जाकर शिवलिंग पर उस जल को अर्पित करें. इसके साथ ही रुद्राष्टकम और महामृत्युंजय का पाठ करें. इन उपायों से आप पर महादेव की भरपूर कृपा बरसेगी और आपका जीवन सफल होते देर नहीं लगेगी.
(Disclaimer: यहां दी गई जानकारी सामान्य मान्यताओं और जानकारियों पर आधारित है. ZEE NEWS इसकी पुष्टि नहीं करता है.)