Lockless Village: भारत का वो इकलौता गांव, जहां पर आम लोग और सरकारी बैंक अपने परिसर में नहीं लगाते दरवाजे- ताले
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Lockless Village: भारत का वो इकलौता गांव, जहां पर आम लोग और सरकारी बैंक अपने परिसर में नहीं लगाते दरवाजे- ताले

Lockless Village of India: क्या आप जानते हैं कि भारत में एक जगह ऐसी भी जहां पर आम लोग तो छोड़िए सरकारी बैंक तक में दरवाजा और ताला नहीं है. लोग अपना सारा सामान शनि देव के हवाले कर आराम से काम-धंधे पर चले जाते हैं. 

 

Lockless Village: भारत का वो इकलौता गांव, जहां पर आम लोग और सरकारी बैंक अपने परिसर में नहीं लगाते दरवाजे- ताले

Shani Singanapur Village in Ahmednagar Maharashtra: चोर-बदमाशों से सुरक्षा के लिए घरों दरवाजे और ताला लगाना सामान्य बात है. लेकिन क्या आपको पता है कि भारत में एक जगह ऐसी भी है, जहां आज भी लोगों ने अपने घरों में ताले तो दूर दरवाजे तक नहीं लगाए हैं. वहां के लोगों को भगवान पर अटूट भरोसा है, इसलिए वे महंगे सामान से भरे अपने घरों को यूं ही छोड़कर काम-धंधे पर चले जाते हैं. यहां तक कि वहां खुली सरकारी बैंक की शाखा में भी ताला नहीं लगाया जाता है. आप इस अजूबे गांव के बारे में सोच रहे होंगे. चलिए हम इस घटना से पूरा पर्दा हटाते हैं. 

महाराष्ट्र में है शनि सिंगणापुर गांव

इस विचित्र गांव का नाम शनि शिंगणापुर (Shani Singanapur Village) है. यह गांव महाराष्ट्र के अहमदनगर जिले में बसा हुआ है. इसका आकार बाकी गांवों की तुलना में छोटा है. इसके बावजूद यह दुनियाभर में प्रसिद्ध है. इसकी वजह ये है कि इस गांव में न्याय के देवता भगवान शनि की 5 फीट ऊंची मूर्ति स्थापित है. जिसके दर्शन करने के लिए रोजाना हजारों लोग वहां पर उमड़ते हैं. शनि के भक्तों का कहना है कि जिस स्थान पर खुद न्याय के देवता शनि विराजमान हों, वहां पर कोई भी व्यक्ति बाल बांका नहीं कर सकता है. 

शनि देव करते हैं लोगों की रक्षा

शनिदेव पर लोगों की इतनी जबरदस्त आस्था है कि वहां रहने वाले लोग अपने घरों और दुकान-फैक्ट्रियों में दरवाजे-ताले (Shani Singanapur Village) नहीं लगाते हैं. लोगों का मानना है कि जब शनिदेव खुद वहां रहकर उनकी रक्षा कर रहे हैं तो फिर उन्हें दरवाजे और ताले (Lockless Village of India) पर खर्च क्यों करना चाहिए. उनका यह विश्वास अकारण भी नहीं है. इतने साल बीतने के बावजूद वहां पर आज तक कोई अप्रिय घटना सामने नहीं आई है, जिसके चलते लोगों का विश्वास और मजबूत हो गया है. 

बैंक भी रहता है दरवाजे-ताले बिना

इस गांव में देश का पहला लॉकलेस बैंक भी है. वहां पर वर्ष 2011 में यूको बैंक की ओर से शाखा खोली गई थी. गांव के लोगों का विश्वास देखकर बैंक के अधिकारियों ने परिसर में दरवाजा और ताला नहीं लगाया लेकिन बैंक के अंदर भारी कैश की वजह से अधिकारी टेंशन में रहते थे. इसके चलते बैंक के अधिकारियों ने परिसर के बाहर 24 घंटे सुरक्षा गार्डों की नियुक्ति कर रखी थी. लेकिन बाद में उन सभी गार्डों को एक-एक करके हटा दिया गया. अब वहां पर दरवाजे के नाम पर केवल एक ग्लास डोर है, जिससे कोई जानवर अंदर न घुस जाए. 

शनि देव ने दिया था आशीर्वाद

इस गांव में एक पौराणिक कथा भी प्रचलित है. कथा के मुताबिक एक बार गांव में जबरदस्त बारिश हुई थी. उस बारिश में मिट्टी हटने की वजह से जमीन में काले रंग की बड़ी शिला मिली थी, जो लोगों ने उस शिला को छूकर देखा तो उसमें से लाल रंग का खू जैसा पदार्थ बह रहा था. शिला मिलने वाले दिन गांव के सरपंच को शनिदेव का सपना आया. शनि देव ने कहा कि वे खुद इस गांव में रहकर लोगों की रक्षा करेंगे लेकिन उससे पहले वे उनका मंदिर बनवा दें. उसके बाद मंदिर का निर्माण हुआ और घरों में दरवाजे-ताला (Lockless Village of India) न लगाने की परंपरा शुरू हो गई. 

(Disclaimer: यहां दी गई जानकारी सामान्य मान्यताओं और जानकारियों पर आधारित है. ZEE NEWS इसकी पुष्टि नहीं करता है.)

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