Premanand Maharaj: प्राण प्रतिष्ठा के बाद रामलला की मूर्ति कैसे हुई सजीव? प्रेमानंद महाराज ने बताया सच
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Premanand Maharaj: प्राण प्रतिष्ठा के बाद रामलला की मूर्ति कैसे हुई सजीव? प्रेमानंद महाराज ने बताया सच

Premanand Maharaj on Ram Lalla Murti Pran Pratishtha: प्रेमानंद महाराज जी उत्तर प्रदेश के कानपुर जिले के रहने वाले हैं और अब वृंदावन में रह रहे हैं. उन्होंने बहुत छोटी सी उम्र में सन्यास ले लिया था. महाराज जी सत्संग के जरिए कई लोगों को मार्गदर्शन करते हैं. 

Premanand Maharaj: प्राण प्रतिष्ठा के बाद रामलला की मूर्ति कैसे हुई सजीव? प्रेमानंद महाराज ने बताया सच

Premanand Maharaj on Pran Pratishtha: प्रेमानंद महाराज एक कथावाचक हैं जिनके भक्त पूरी दुनिया में बड़ी संख्या में हैं. प्रेमानंद जी फिलहाल वृंदावन में रहते हैं और इनके प्रवचन सुनने के लिए लोग दूर-दूर से आते हैं. महराज जी सरल सी बात में इतनी ज्यादा ज्ञान की बातें बता देते हैं जितना कोई सोच नहीं सकता. सोशल मीडिया पर महाराज जी के लाखों में फॉलोअर्स हैं. अभी सोशल मीडिया पर महाराज जी की वीडियो वायरल हो रहा है जिसमें एक भक्त ने काफी अच्छा सवाल पूछा है और महाराज जी ने भी बहुत सुंदर जवाब दिया है.

 

रामलला की मूर्ति कैसे हुई सजीव ?
22 जनवरी को राम मंदिर में रामलला की मूर्ति की प्राण प्रतिष्ठा की गई थी जिसके बाद सोशल मीडिया पर एक प्रेमानंद महाराज की काफी वायरल हो रही है. वीडियो में किसी भक्त ने पूछा की प्राण प्रतिष्ठा में जो प्रतिमा स्थापित हुई थी वो दिव्य और सजीव हो गई, इस सजीवता के पीछे का कारण क्या है. इस पर प्रेमानंद जी ने क्या जवाब दिया आइए जानते हैं.

 

प्रेमानंद जी का जवाब
प्रेमानंद जी ने बताया कि सजीवता के पीछे का कारण हैं महापुरुषों के मंत्र और भक्तों के भाव. इन दोनों में बहुत सामर्थ्य होता है. राम जी की मूर्ति के साथ एक दो भक्त नहीं बल्कि असंख्य भक्तों के भाव जुड़े हुए हैं. दशरथनंदन वहां पहले से थे लेकिन मंत्र और भाव से प्राण प्रतिष्ठा के बाद विग्रह में राम जी प्रकाशित हो गए, कोई आश्चर्य की बात नहीं है. 

 

नरसिंह जी हुए थे प्रकट
उदाहरण देते हुए प्रेमानंद जी ने बताया कि मंत्रोच्चार भी नहीं किया लेकिन लाखों भक्तों के भाव से याद किया तो खंभे में भी नरसिंह जी प्रकट हो गए. मंत्रों से चमत्कार हुआ है, प्राण प्रतिष्ठा से पहले और बाद के दर्शन में काफी अंतर है. विग्रह में भगवान साक्षात विराजमान हो गए है और ऐसे अनुभव हमेशा होते रहेंगे.
 

 
 
 
 

 
 
 
 
 
 
 
 
 
 
 

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कौन है प्रेमानंद महाराज?
प्रेमानंद महाराज जी उत्तर प्रदेश के कानपुर जिले के रहने वाले हैं और अब वृंदावन में रह रहे हैं. उन्होंने बहुत छोटी सी उम्र में सन्यास ले लिया था. महाराज जी सत्संग के जरिए कई लोगों को मार्गदर्शन करते हैं. सत्संग की कई वीडियों सोशल मीडिया पर वायरल होती रहती हैं जो लोगों को बहुत पसंद आती हैं.

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