Dhanteras 2022: धनतेरस पर इस प्रयोग से दूर होंगे आर्थिक संकट, मानसिक और शारीरिक कष्ट से मिलेगी मुक्ति
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Dhanteras 2022: धनतेरस पर इस प्रयोग से दूर होंगे आर्थिक संकट, मानसिक और शारीरिक कष्ट से मिलेगी मुक्ति

Dhanteras 2022 Puja: धनतेरस के दिन कुछ प्रयोगों को करने से जीवन के सभी कष्ट दूर होते हैं. इससे जीवन में खुशहाली आती है और सुख-समृद्धि में वृद्धि होती है.

 

धनतेरस

Dhanteras 2022 Remedy: आर्थिक, मानसिक और शारीरिक दिक्कतों के चलते यदि आप बुरी तरह परेशान हैं और कई उपाय करने के बाद भी अभी तक शांति नहीं मिल रही है तो फिर आपको इस दीपावली में कुछ उपाय करने ही चाहिए. इन उपायों को करने से जहां आपको इन परेशानियों से मुक्ति मिलेगी. वहीं, आपके ऊपर मां लक्ष्मी की कृपा भी होगी. आज के इस अर्थ प्रधान युग में बहुत से काम धन से ही हल होते हैं और धन के अभाव में आप कई बार मन मसोस कर रह जाते हैं तो फिर देर किस बात की है. धनतेरस यानी 23 अक्टूबर पर इस प्रयोग को अवश्य करिए, आपके जीवन के सभी कष्ट दूर हो जाएंगे और आपका जीवन सुख-समृद्धि, आरोग्य, यश, कीर्ति, धन वैभव से खुशहाल हो जाएगा.

सोते समय करें ये काम 

परेशानियों से मुक्ति पाने के लिए धनतेरस से ठीक एक दिन पहले घर के मुखिया दक्षिण दिशा में सिरहाना करे और उसके नीचे एक नारियल रखकर सोएं. प्रातः उठकर नारियल को बाहर के कमरे में सुरक्षित रख दें और शाम को 6 से 7 बजे के बीच उस नारियल और तेल से भरा दीपक लेकर नदी या तालाब किनारे पहुंचें. घाट पर खड़े होकर सबसे पहले जल की पूजा करें, उन्हें पुष्प चढ़ाएं और यम देवता को प्रणाम करके सबसे पहले नारियल को प्रवाहित करें फिर दीपदान कर कष्टों से मुक्ति के लिए प्रार्थना करें. निश्चित रूप से यम देवता आप पर प्रसन्न होकर कष्टों का निवारण करेंगे और मां लक्ष्मी के माध्यम से कृपा कराएंगे.

मन को भी करें साफ 

नरक चतुर्दशी यानी रूप चौदस के दिन घरों की सफाई की जाती है, ताकि आपके घर में लक्ष्मी जी का प्रवेश हो सके, क्योंकि लक्ष्मी जी वहीं वास करती हैं, जहां पर सफाई हो. वास्तव में यह दिन मन का मैल साफ करने का है यानी जाने-अनजाने हुए पापों के प्रायश्चित करने का दिन है. अपनों या परायों से माफी मांगने का सर्वश्रेष्ठ दिन है. मन स्वच्छ होने पर ही लक्ष्मी की कृपा प्राप्त होगी. मन की स्वच्छता के लिए जन कल्याण करना चाहिए. गरीबों को भोजन  कराएं, उन्हें कंबल या वस्त्र दान करें. वर्षभर के दान से बड़ा है नरक चतुर्दशी का दान. ऐसे अवसर को हाथ से न जाने दें, मनोवांछित फल की प्राप्ति होगी.

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