Trending Photos
Shani Gochar In Meen 2025: ज्योतिष शास्त्र के अनुसार हर ग्रह अपने निश्चित समय पर गोचर करता है. सभी ग्रहों में शनि सबसे धीमी गति से चलने वाला ग्रह माना जाता है. शनि को एक राशि से दूसरी राशि में प्रवेश करने में ढाई साल का समय लगता है. बता दें कि शनि ने साल 2023 में कुंभ राशि में प्रवेश किया था और तभी से कुछ राशि वालों के लिए ये समय शुभ चल रहा है, तो कुछ राशि वालों को इस समय शनि के प्रकोप से गुजरना पड़ रहा है.
बता दें कि शनि साल 2025 जून में कुंभ राशि से निकलकर मीन राशि में प्रवेश कर जाएंगे.शनि के मीन में प्रवेश करने से जहां कुछ राशि वालों को बड़ी राहत मिलेगी. वहीं, कुछ राशि वालों के लिए ये समय बेहद दुखदायी साबित हो सकता है. बता दें कि शनि के मीन में प्रवेश करते ही कुछ राशि वालों की मुश्किलें बढ़ने वाली हैं. जानें शनि की किन राशि वालों पर 2025 में बुरा प्रभाव पड़ने वाला है.
इन राशि के जातकों को रहना होगा सतर्क
ज्योतिष शास्त्र के अनुसार साल 2024 में शनि की साढ़े साती का अशुभ प्रभाव इस समय कुंभ, मकर और मीन राशि के जातक झेल रहे हैं. वहीं, शनि की ढैय्या कर्क और वृश्चिक राशि पर देखने को मिल रही है. ऐसे में साल 2025 में शनि के मीन में गोचर करते ही मीन राशि वालों शनि की साढ़े साती से राहत मिल जाएगी. वहीं, मेष राशि वालों पर शनि की साढ़े साती शुरू हो जाएगी. इस समय मीन राशि वालों पर शनि की साढ़े साती का पहला चरण चल रहा है. कुंभ राशि वालों पर इस समय दूसरा और मकर राशि वालों पर आखिरी चरण जारी है.
शनि के प्रकोप से बचने के लिए करें ये उपाय
- ज्योतिष शास्त्र के अनुसार शनि के बुरे प्रभावों से बचने के लिए नियमित रूप से भागवत गीता का पाठ करना लाभदायी हो सकता है.
- बता दें कि शनिवार के दिन हनुमान जी, शिव जी और शनि देव की विधिवत्त पूजा करें.
- नियमित रूप से हनुमान चालीसा, शिव चालीसा और शनि चालीसा का पाठ करने से भी व्यक्ति को राहत मिलती है.
- शनि के प्रकोप से बचने के लिए बड़े-बुजुर्गों और नौकरों के साथ गलत व्यवहार न करें.
- शनि देव को प्रसन्न करने के लिए गरीबों की सहायता करें और उन्हें भोजन कराएं.
- शनिवार के दिन शनि देव को सरसों का तेल अर्पित करने से लाभ होता है.
- इतना ही नहीं, शनिवार के दिन काले तिल का दान करना शुभ फलदायी साबित होता है.
(Disclaimer: यहां दी गई जानकारी सामान्य मान्यताओं और जानकारियों पर आधारित है. ZEE NEWS इसकी पुष्टि नहीं करता है.)