People Are Not Allowed To Die At These 5 Places: जिंदगी और मौत पर किसी का कंट्रोल नहीं होता, क्योंकि ये ईश्वर के द्वारा तय किया जाता है. हालांकि दुनिया की कुछ जगह ऐसी हैं जो कुदरत के कानून को तरजीह नहीं देना चाहते. हम आज धरती के उन 5 शहरों के बारे में जानेंगे जहां मरना गैरकानूनी है. ये बात सुनने में अटपटी जरूर लग रही होगी, लेकिन ये पूरी तरह सच है.
नॉर्वे (Norway) के स्वालबार्ड (Svalbard) आइलैंड का प्रमुख शहर लॉन्गईयरब्येन (Longyearbyen) में 'नो डेथ पॉलिसी' है. ऐसा सिर्फ इसलिए नहीं है कि ये रिमोट लोकेशन है, असल मसला ये है कि जो डेड बॉडीज यहां दफनाई जाती है वो एक्सट्रीम माइनस टेम्प्रेचर के कारण डीकंपोज नहीं होतीं. यही वजह है कि 1950 के बाद से ही इस शहर के कब्रिस्तान ने नई लाशें दफनाने बंद कर दिए हैं.
फ्रांस के शहर कुगनॉक्स (Cugnaux) के मेयर ने अधिकारियों से एक नया कब्रिस्तान खोलने की इजाजत पाने नाकामी के बाद वहां मरने पर बैन लगा दिया था. उनका ये तरीका काम कर गया और फिर हार मानकर अथॉरिटी ने नई सिमेट्री की इजाजत दे दी.
इटली के मेडेवियल हिल टाउन सेलिया (Sellia) के मेयर को एक आदेश जारी करना पड़ा, जिसने वहां के निवासियों को शहर की सीमा के अंदर बीमार पड़ने से मना किया और शहर की घटती आबादी से लड़ने के उपाय के रूप में मरने पर रोक लगा दी. जो लोग खुद की अच्छी देखभाल नहीं करते थे, उन्हें अधिक टैक्स लगाकर सजा देने का कानून बनाया गया.
शिंतो धर्म के मुताबिक जापान (Japan) के आइलैंड इटुकुशिमा (Itsukushima) को एक पवित्र स्थान माना जाता है. साल 1868 तक यहां मरने या जन्म देने की इजाजत नहीं थी. इस द्वीप में अभी भी कोई कब्रिस्तान या अस्पताल नहीं है.
फ्रांस के ले लावांडो (Le Lavandou) शहर के मेयर को साल 2000 में मौत पर प्रतिबंध लगाना पड़ा था क्योंकि एक नए कब्रिस्तान की इजाजत "पर्यावरण से जुड़ी चिंताओं" के कारण ठुकरा दी गई थी. मेयर ने खुद कहा था कि प्रतिबंध "एक बेतुकी स्थिति का मुकाबला करने के लिए एक बेतुका कानून था."
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