Worlds biggest cemetery Wadi al Salam: दुनिया की सबसे ऊंची इमारत, सबसे बड़ा होटल, सबसे ऊंची प्रतिमा और सबसे बड़ा जहाज जैसे सवालों के जवाब आपको पता होंगे, लेकिन क्या आप ये जानते हैं कि दुनिया का सबसे बड़ा कब्रिस्तान (Worlds biggest cemetery) कहां है? अगर नहीं तो हम आपको बताते हैं कि किस देश में है ये कब्रिस्तान जहां रोजाना 200 से ज्यादा शवों को सुपुर्द-ए-खाक (अंतिम संस्कार) किया जाता है. बताया जाता है कि 14वीं सदी से इसका आकार लगातार बढ़ता जा रहा है. इससे जुड़ी कहानियां और मान्यताएं आपको हैरान कर देंगी.
ईराक के नजफ़ में स्थित इस इस्लामी कब्रिस्तान को दुनिया का सबसे बड़ा कब्रिस्तान बताया जाता है.
इराक के लोग अपने सगे-संबंधियों को एक कब्रिस्तान में दफ्न करते हैं जो वक्त के साथ इतना बड़ा हो चुका है कि उसे दुनिया का सबसे बड़ा कब्रिस्तान कहा जाता है.
इस कब्रिस्तान का नाम वादी अल-सलम है (Wadi al-Salam) जिसका अर्थ वैली ऑफ पीस यानी 'शांति की घाटी' होता है.
ये शहर शिया मुसलमानों के लिए पवित्र है और इसी वजह से यहां शिया मुसलमानों में अपने मृत सगे-संबंधियों को दफ्न करने की होड़ लगी रहती है.
जब से ईराक और आस-पास के इलाकों में इस्लामिक स्टेट आया है तब से ये कब्रिस्तान और बड़ा होता जा रहा है.
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक आज यहां 200 से ऊपर शवों को रोजाना दफनाया जाता है.
यहां लाखों लोग दफ्न हैं. शिया मुसलमान इसी कब्रिस्तान में अपने परिजनों को क्यों दफनाना चाहते हैं. इसका जवाब भी दिलचस्प है.
ISIS से मुकाबले में जाने से पहले शिया मुस्लिम अक्सर यहां का दौरा करते हैं, और दुआ करते हैं कि अगर उनरी मौत हो जाए तो उन्हें उनके बलिदान के पुरस्कार के रूप में वादी अल-सलम में ही दफनाया जाए.
जैसे-जैसे इस कब्रिस्तान का क्षेत्रफल बढ़ रहा है. यहां जमीन की कमी होती जा रही है. ऐसे में अंतिम संस्कार करने की लागत काफी बढ़ गई है. 2013 यानी आज से ठीक 10 साल पहले से तुलना की जाए तो आज यहां किसी को दफनाने का खर्च करीब 5 मिलियन इराकी दीनार पहुंच गया है.
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