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Surekha Yadav: एशिया की वो पहली महिला लोको पायलट, जिन्हें मोदी के शपथ ग्रहण समारोह के लिए मिला न्योता

Loco Pilot Surekha Yadav Profile: बीजेपी लीडर नरेंद्र मोदी के शपथ ग्रहण समारोह के लिए कई ऐसे लोगों को न्योता भेजा जा रहा है, जो अपने काम की वजह से चर्चित रहे हैं. इनमें एशिया की पहली महिला लोको पायलट भी शामिल हैं.

 

लोको पायलट सुरेखा यादव भी होंगी शामिल

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लोको पायलट सुरेखा यादव भी होंगी शामिल

भारतीय रेलवे में लोको पायलट सुरेखा यादव मोदी के शपथ ग्रहण समारोह में शामिल होंगी. वे भारत ही नहीं बल्कि एशिया की भी पहली लोको पायलट हैं. मध्य रेलवे ने शुक्रवार को सुरेखा यादव को मिले न्योते की जानकारी दी.

 

रेलवे से 10 लोको पायलटों को न्योता

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रेलवे से 10 लोको पायलटों को न्योता

रेलवे प्रवक्ता ने बताया कि पीएमओ की ओर से शपथ ग्रहण समारोह में शामिल होने के लिए रेलवे के 10 लोको पायलटों को न्योता मिला है. इनमें से सुरेखा यादव भी एक हैं. वे मुंबई के छत्रपति शिवाजी महाराज टर्मिनस से सोलापुर तक वंदे भारत ट्रेन का संचालन करती हैं. 

 

सतारा की रहने वाली हैं सुरेखा यादव

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सतारा की रहने वाली हैं सुरेखा यादव

सुरेखा यादव का असली नाम सुरेखा भोंसले है. वे महाराष्ट्र के पश्चिमी हिस्से सतारा की रहने वाली हैं. वे वर्ष 1988 में भारत की पहली महिला ट्रेन ड्राइवर बनीं. पिछले कुछ वर्षों में रेलवे की ओर से ट्रेन ड्राइवरों का पदनाम बदलकर लोको पायलट किया जा चुका है.

 

इंस्पेक्टर से शादी के बाद बदला सरनेम

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इंस्पेक्टर से शादी के बाद बदला सरनेम

सुरेखा यादव के पति का नाम शंकर यादव है. वे महाराष्ट्र पुलिस में इंस्पेक्टर हैं. दोनों के दो बेटे हैं. शादी के बाद सुरेखा भोंसले का नाम सुरेखा यादव हो गया था.

 

डेक्कन क्वीन ट्रेन भी चला चुकी हैं

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डेक्कन क्वीन ट्रेन भी चला चुकी हैं

वे देश की लग्जरी ट्रेन डेक्कन क्वीन को बेहतरीन तरीके से चला चुकी हैं. देसी-विदेशी पर्यटकों के लिए चलने वाली यह ट्रेन महाराष्ट्र और कर्नाटक के पश्चिम घाट के सुंदर नजारों का भ्रमण करवाती है. इस ट्रेन पर केवल अनुभवी ड्राइवरों को ही ड्यूटी मिलती है.

 

कई बड़े पुरस्कारों से हो चुकी हैं सम्मानित

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कई बड़े पुरस्कारों से हो चुकी हैं सम्मानित

सुरेखा यादव को अपनी उपलब्धियों के लिए अब तक कई राज्य और राष्ट्रीय स्तर के पुरस्कार मिल चुके हैं. रेलवे की ओर से उन्हें अक्सर कई मोटिवेशनल कार्यक्रमों में भी भेजा जाता है. वे अब कल्याण में रेलवे के ड्राइवर ट्रेनिंग स्कूल में सीनियर इंस्ट्रक्टर हैं.

 

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