सनातन धर्म में एकादशी तिथि का विशेष महत्व है. इस दिन भगवान विष्णु की पूजा-उपासना और व्रत आदि रखने से शुभ फलों की प्राप्ति होती है. बता दें वैशाख माह की एकादशी आज 4 मई शनिवार के दिन है. इसे वरुथिनी एकादशी के नाम से जाना जाता है. जीवन में कष्टों से निवारण के लिए आज के दिन पूजा करने से लाभ होता है. इस दिन कुछ चीजों का भूलकर भी न खाएं वरना व्रत का पूर्ण फल नहीं मिलेगा.
ज्योतिष शास्त्र के अनुसार वरुथिनी एकादशी के दिन उड़द की दान से परहेज करना चाहिए. कहते हैं कि आज के दिन उड़द की दाल खाने से कई रोगों के घेर लेने का खतरा होता है. इसलिए इस दिन उड़द की दाल खाना वर्जित होता है.
शास्त्रों में इस दिन चना खाना भी मना किया गया है. ऐसा माना जाता है कि अगर इस दिन आप चना खाते हैं, तो इससे आर्थिक तंगी आपका पीछा नहीं छोड़ेगी. मान्यता है कि इस दिन चना खाना से कई तरह की समस्याएं पैदा हो जाएंगी. इसलिए वरुथिनी एकादशी पर चना भूलकर न खाएं.
ज्योतिष शास्त्र के अनुसार एकादशी के दिन शहद का इस्तेमाल मां लक्ष्मी को नाराज कर सकता है. इस दिन भगवान विष्णु और मां लक्ष्मी को शहद से स्नान कराया जाता है इसलिए शहद खाना वर्जित होता है. वरुथिनी एकादशी पर शहद खाने से भगवान विष्णु और मां लक्ष्मी की कृपा नहीं मिलेगी.
वरुथिनी एकादशी पर पान चबाना भी मना होता है या फिर इसे किसी अन्य तरह से इस्तेमाल करने की मनाही होती है. मां लक्ष्मी की पूजा पान से की जाती है. इसलिए पान को चढ़ावे का रूप माना गया है. ऐसे में वरुथिनी एकादशी के दिन पान का सेवन भी न करें.
शास्त्रों के अनुसार वरुथिनी एकादशी के दिन पालक खाना वर्जित होता है. कहते हैं कि इस दिन भगवान विष्णु और मां लक्ष्मी की कृपा आपको प्राप्त नहीं हो पाएगी. साथ ही, इस दिन पालक खाने से त्वचा संबंधी समस्याएं हो सकती हैं.
(Disclaimer: यहां दी गई जानकारी सामान्य मान्यताओं और जानकारियों पर आधारित है. ZEE NEWS इसकी पुष्टि नहीं करता है.)
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