India Alliance: हालत यह हो गई कि फारूख अब्दुल्ला भी अब इंडिया गठबंधन का हिस्सा बनने से कतरा रहे हैं. मतभेद और नेतृत्व की कमी के कारण एक मजबूत गठबंधन नहीं बन पाया.
PM Modi vs Opposition Unity: पीएम मोदी और बीजेपी के तूफान को रोकने के लिए बनाया गया INDIA गठबंधन लगभग पस्त हो चुका है. जो गठबंधन कभी मोदी सरकार के लिए एक बड़ी चुनौती के रूप में देखा जाता था, देखते ही देखते बिखर गया है.
असल में पिछले कुछ महीनों में ही गठबंधन के कई प्रमुख नेताओं ने गठबंधन से किनारा कर लिया. नीतीश से लेकर ममता और केजरीवाल, फिर अब अब्दुल्ला परिवार भी एनडीए पर नरम दिल नजर आ रहा है.
इन नेताओं के जाने से गठबंधन की ताकत कमजोर हुई है और अब यह तय है कि विपक्ष की नैया कांग्रेस के ही भरोसे है. गठबंधन के बिखराव के पीछे कई कारण हैं. गठबंधन में कोई एक मजबूत नेता नहीं दिखा जो सभी दलों को एकजुट रख सके.
वहीं सीटों के बंटवारे को लेकर दलों के बीच मतभेद नजर आए. कुछ नेता अपनी राजनीतिक महत्वाकांक्षाओं को गठबंधन से ऊपर रख रहे थे. ऐसे में सबने एकला चलो का फैसला कर लिया.
अब विपक्ष की नैया कांग्रेस के ही भरोसे है. कांग्रेस को 2024 के चुनावों में मोदी के सामने एक मजबूत रणनीति तैयार करनी होगी, जिसकी कमी साफ नजर आ रही है. क्या कांग्रेस इस चुनौती को स्वीकार कर पाएगी?
यह देखना होगा कि क्या कांग्रेस इस चुनौती को स्वीकार कर पाएगी और 2024 के चुनावों में मोदी सरकार को हराने में सफल होगी, यह देखना होगा. एक तरफ जहां बीजेपी हमलावर है तो वहीं चुनावों के लिए विपक्ष की रणनीति अभी भी अनिश्चित है.
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