Mughal Queen Noorjahan: मुगल. ये नाम सुनते ही छवि दिमाग में उभर आती है आलीशान महलों की, बादशाहों की और अथाह धन दौलत की. 1526 में बाबर की हुकूमत के साथ शुरू हुई मुगल सल्तनत करीब 331 साल के राज के बाद 1857 में खत्म हो गई. इन तीन शताब्दियों की सल्तनत में मुगलों ने लाखों फरमान जारी किए. अलग-अलग मकबरे और हरम बनवाए. हिंदुओं पर टैक्स तक लगाया गया. लेकिन क्या आप उस रानी के बारे में जानते हैं, जो कभी मुगल हरम में नहीं रही. उसने ना सिर्फ अपने पति के साथ मिलकर हिंदुस्तान पर हुकूमत की बल्कि शिकार का भी बेहद शौक था.
जब बादशाह अकबर की मौत हुई तब सलीम यानी जहांगीर बादशाह बना. सलीम की कई शादियां हुई थीं. लेकिन वह अकसर शराब और अफीम के नशे में डूबा रहता है. इस वजह से राजकाज प्रभावित हो रहा था. ऐसे में उसकी बेगम नूरजहां ने कमान संभाली और उसके साथ मिलकर राज किया.
सलीम और नूरजहां का निकाह 1611 में हुआ था. नूरजहां बेहद तेज राजनीतिज्ञ थीं. जब सलीम को उनके ही एक अधिकारी ने कैद कर लिया था, तब उन्होंने उसे छुड़ाने के लिए जंग के मैदान में खुद उतर गई थीं. फरमान जारी करने का काम भी नूरजहां के पास था. इतना ही नहीं सिक्कों पर भी उनका नाम गुदा हुआ था.
नूरजहां कभी मुगल हरम में नहीं रहीं. उनकी शिकार करने की कला का लोहा जहांगीर भी मानता था. Empress: The Astonishing Reign of Nur Jahan में इतिहासकार रूबी लाल लिखती हैं कि जंगल में वह एक बार हाथी पर बैठकर शिकार कर रही थीं. अचानक से चीता आ गया. हाथी डर के मारे भागने लगा. लेकिन नूरजहां ने निशाना लगाया और एक गोली से चीते को ढेर कर दिया.
नूरजहां की पहली शादी एक आम मुगल सिपहसालार से हुई थी. उसका पति अकसर बाहर ही रहा करता था. उसकी मौत के बाद नूरजहां ने जहांगीर से शादी की थी. शायद ही कोई और मुगल रानी नूरजहां जितनी ताकतवर हुई हो.
मुगल काल में अकबर का हरम सबसे बड़ा था, जो उसने आगरा से बाहर बनवाया था. हरम का मकसद महिलाओं को कैद में रखना नहीं था. लेकिन वहां किसी गैर पुरुष के आने पर पाबंदी थी. सिर्फ बादशाह ही किसी भी वक्त हरम में आ जा सकते थे.
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