मुंह का कैंसर एक खतरनाक और जानलेवा बीमारी है, जो मुंह, होंठ, जीभ, मसूड़ों, लार ग्रंथियों और गले को प्रभावित कर सकती है. यह अन्य कैंसर की तुलना में ज्यादा गंभीर है, क्योंकि इसकी पहचान अक्सर देर से होती है. एक रिपोर्ट के अनुसार, मुंह के कैंसर से पीड़ित मरीजों की पांच साल की जीवित रहने की दर सिर्फ 57% है. इस कारण से नियमित डेंटल चेकअप और शुरुआती लक्षणों की पहचान बेहद जरूरी है. आइए मुंह के कैंसर के 5 प्रमुख संकेतों के बारे में जानें.
अगर आपको जबड़े में दर्द, सूजन या चबाने और निगलने में दिक्कत हो रही है, तो यह भी कैंसर का संकेत हो सकता है. जैसे-जैसे कैंसर बढ़ता है, यह दर्द और असुविधा बढ़ा सकता है.
मुंह में ऐसे घाव या अल्सर, जो दो हफ्तों से अधिक समय तक ठीक न हों, मुंह के कैंसर के सामान्य लक्षण हो सकते हैं. यह घाव अक्सर लाल, सफेद या बदरंग हो सकते हैं और बिना किसी वजह के खून भी कर सकते हैं.
मसूड़ों से खून आना अक्सर पीरियडोंटल डिजीज (गम डिजीज) का संकेत माना जाता है, लेकिन यह मुंह के कैंसर का भी लक्षण हो सकता है. अगर आपके मुंह में बार-बार खून आता है और इसका कोई स्पष्ट कारण नहीं है, तो इसे नजरअंदाज न करें और तुरंत डेंटिस्ट से संपर्क करें.
मुंह के अंदर या मसूड़ों पर लाल और सफेद धब्बे दिखना भी कैंसर का लक्षण हो सकता है. इन धब्बों को नजरअंदाज करने के बजाय डेंटल चेकअप के दौरान डॉक्टर को जरूर दिखाएं.
सर्दी-जुकाम में गले में खराश होना सामान्य है, लेकिन अगर गले में खराश लंबे समय तक बनी रहती है, निगलने में परेशानी होती है या गले में कुछ अटका हुआ महसूस होता है, तो यह मुंह के कैंसर का संकेत हो सकता है.
Disclaimer: प्रिय पाठक, हमारी यह खबर पढ़ने के लिए शुक्रिया. यह खबर आपको केवल जागरूक करने के मकसद से लिखी गई है. हमने इसको लिखने में सामान्य जानकारियों की मदद ली है. आप कहीं भी कुछ भी अपनी सेहत से जुड़ा पढ़ें तो उसे अपनाने से पहले डॉक्टर की सलाह जरूर लें.
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