Israel-Hamas War: इजरायल-हमास के बीच जारी जंग का सबसे बड़ा असर सीमा से सटे इलाकों में रह रहे लोगों को उठाना पड़ रहा है. हमास की कैद से छूटे बंदियों ने दरिंदगी के चौंका देने वाले खुलासे किए हैं.
इजरायल और हमास के बीच सीजफायर के दौरान आतंकी संगठन ने जिन बंधकों को छोड़ा है उनकी आपबीती सुनकर कलेजा कांप जाएगा.
हमास की कैद से छूटे एक बंधक ने कहा कि उसे जिंदा रहने के लिए गीले टॉयलेट पेपर खाने के लिए मजबूर किया गया. आतंकियों ने अन्य बंदियों के साथ उसे किसी गीली सुरंग में कैद कर रखा था.
हमास ने 7 अक्टूबर को युद्ध की शुरुआत करते हुए इजरायल पर हमला बोला था. जिसके बाद आतंकियों ने 200 से अधिक लोगों को बंधक बना लिया था.
हमास की कैद में रहे जिमी पचेको ने अपनी आपबीती सुनाई तो सभी के होश फाख्ता हो गए. उसने बताया कि उसने जिंदा रहने के लिए टॉयलेट पेपर को गीला कर खाने के लिए मजबूर किया गया था.
जिमी ने बताया कि उसे रोज खाने के लिए सिर्फ एक ब्रेड और नमकीन पानी मिलता था. उसे किडनी से जुड़ी समस्या है. पेट खाली रहने पर उसे समस्या और बढ़ जाती. उसे लग रहा था कि वह मर जाएगा.
इजरायल-हमास के बीच सीजफायर के दौरान हमास ने 100 से अधिक बंधकों को रिहा किया. हमास ने अभी 138 बंधकों को नहीं छोड़ा है. वे अब भी यातना झेल रहे हैं.
कई बंधकों का हमास आतंकवादियों यौन उत्पीड़न भी किया. हमाके की कैद से छूटे 110 बंधकों में से कुछ का इलाज करने वाले एक डॉक्टर ने खुलासा किया कि कम से कम दस महिलाओं और पुरुषों का यौन उत्पीड़न भी किया गया था.
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