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Iceland Volcano: कहीं बड़ी तबाही की दस्तक तो नहीं, 2 मील लंबी दरार से फूट पड़े आग के शोले

Iceland Volcanic Eruption: कुदरती घटनाओं को आप सिर्फ नियंत्रित कर सकते हैं, रोक नहीं सकते. आइसलैंड में ज्वालामुखी में विस्फोट के बाद जमीन पर लावा फैल रहा है और आसमान काले धुएं से भरा हुआ है. लोगों में दहशत है और सरकार की तरफ से कोशिश जारी है कि लावा की वजह से सामान्य दिनों की गतिविधियों पर असर ना पड़े. इन सबके बीच अच्छी खबर यह है कि फ्लाइट्स पर असर नहीं पड़ा है. कई हफ्तों की भूकंपीय गतिविधि के बाद 18 दिसंबर को देर रात दक्षिण-पश्चिमी आइसलैंड में रेक्जेन्स प्रायद्वीप पर हुए विस्फोट से हवा में 100 मीटर से अधिक दूर तक लावा और धुंआ फैल गया था.

कब फटा ज्वालामुखी

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कब फटा ज्वालामुखी

रॉयटर्स की एक रिपोर्ट के अनुसार पृथ्वी की सतह में दरारें लगभग 3.5 किमी लंबी थीं और तेजी से बढ़ी थीं. हर सेकंड, ये दरारें लगभग 100 से 200 क्यूबिक मीटर यानी 3530 से 7060 क्यूबिक फीट लावा के लिए प्रवेश द्वार बन गईं. मौसम विभाग के मुताबिक इस इलाके में पिछले विस्फोटों की तुलना में कई गुना अधिक है. 18 दिसंबर को ज्वालामुखी फट पड़ा. हालांकि अब इसकी तीव्रता में कमी आई है.

ज्वालामुखी के लिए क्या भूकंप जिम्मेदार

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ज्वालामुखी के लिए क्या भूकंप जिम्मेदार

मौसम कार्यालय के मुताबिक जीपीएस उपकरणों से माप के साथ भूकंपीय गतिविधि से संकेत मिलता है कि मैग्मा दक्षिण पश्चिम की ओर बढ़ रहा है और विस्फोट ग्रिंडाविक की दिशा में जारी रह सकता है. विस्फोट की लाइवस्ट्रीम और छवियों में जमीन में दरारों से पिघली हुई चट्टानें निकलती दिखाई देती हैं, जिसमें चमकदार पीला-नारंगी लावा अंधेरी रात के आकाश के विपरीत चमकीला दिखाई देता है.

रेक्जेन्स प्रायद्वीप पर असर

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रेक्जेन्स प्रायद्वीप पर असर

हाल के वर्षों में रेक्जेन्स प्रायद्वीप में गैर-आबादी वाले क्षेत्रों में कई विस्फोट हुए हैं. मार्च 2021 में क्षेत्र के फाग्राडाल्सफजाल ज्वालामुखी प्रणाली में 500 से 750 मीटर (1,640 से 2,460 फीट) लंबी जमीन की दरार से लावा के फव्वारे फूट पड़े थे. इस इलाके में ज्वालामुखी गतिविधि 2021 में करीब छह महीने तक जारी रही. अगस्त 2022 में, उसी क्षेत्र में तीन सप्ताह का विस्फोट हुआ, उसके बाद इस वर्ष जुलाई में एक और विस्फोट हुआ था.

ज्वालामुखी विस्फोट का असर

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ज्वालामुखी विस्फोट का असर

यूरेशियन और उत्तरी अमेरिकी टेक्टोनिक प्लेटों के बीच स्थित, ग्रह पर सबसे बड़े में से एक, आइसलैंड एक भूकंपीय और ज्वालामुखीय गर्म स्थान है क्योंकि दोनों प्लेटें विपरीत दिशाओं में चलती हैं. हालांकि और विस्फोटों की भविष्यवाणी करना अभी भी कठिन है. नवंबर के मध्य में ग्रिंडाविक निवासियों को आधी रात में उनके घरों से बाहर निकाल दिया गया क्योंकि जमीन हिल गई, सड़कें टूट गईं और इमारतों को अधिक नुकसान पहुंचा था.

मैग्मा-लावा में अंतर

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मैग्मा-लावा में अंतर

अब जब बात ज्वालामुखी की हो रही है तो आपको मैग्मा और लावा के बीच फर्क को भी समझना चाहिए. जब मॉल्टेन पदार्थ जमीन के अंदर रहता है तो उसे मैग्मा और जब वही पदार्थ जमीन की सतह पर आता है तो उसे लावा कहते हैं. मैग्मा जमीन के अंदर और लावा जमीन की सतह पर अलग अलग आकृतियों को बनाता है.

आइसलैंड के लिए नई बात नहीं

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आइसलैंड के लिए नई बात नहीं

आइसलैंड में ज्वालामुखी विस्फोट असामान्य नहीं हैं। यह देश 33 सक्रिय ज्वालामुखी प्रणालियों का घर है, जो यूरोप में सबसे अधिक है. लेकिन यह यह विस्फोट अप्रत्याशित है और खतरे से भरा है. रेक्जेन्स प्रायद्वीप ने पिछले 800 वर्षों से यानी 2021 तक किसी विस्फोट का अनुभव नहीं किया था. इस इलाके में तीन विस्फोट हुए हैं, ज्वालामुखी के जानकारों का कहना है कि इस इलाके में एक नए युग की शुरुआत हो सकती है.

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