Famous Temples of Prayagraj: अगर आप कुंभ मेला में डुबकी लगाने जा रहे हैं तो आपके लिए ये खबर काम की है. इस खबर के जरिए आप जान सकते हैं कि प्रयागराज के आसपास और कौन-कौन से मंदिर हैं जिनका आप दर्शन कर सकते हैं.
प्रयागराज किला के पश्चिम यमुना तट पर मिन्टो पार्क के निकट यह मंदिर स्थित है. यहां काले पत्थर की भगवान शिव का एक लिंग और गणेश जी के साथ साथ नंदी की मूर्तियां हैं. इस मंदिर में हनुमान जी की भी एक बड़ी मूर्ति है.
प्रयागराज जिले से करीब 16 किलोमीटर दूर यह मंदिर स्थित है. इस मंदिर को लेकर मान्यता है कि इसकी सथापना पांडवों ने अज्ञातवास के समय की थी. इस मंदिर को पांचकोशी यात्रा का एक महत्वपूर्ण स्थान के रूप में देखा जाता है.
चिन्मय मिशन के अधीन प्रयागराज में यह मंदिर रसूलाबाद घाट के निकट है. इस मंदिर का परिसर करीब 500 वर्ग फिट का है. इस मंदिर की आधारशिला 30 अक्टूबर, 2004 को चिन्मय मिशन के परमपूज्य स्वामी तेजोमयनन्दजी और पूज्य स्वामी सुबोधानन्द जी ने मिलकर रखी थी.
तक्षकेश्वर भगवान शंकर का प्रसिद्ध मंदिर है. यह प्रयागराज की दक्षिण दिशा में स्थित दरियाबाद मोहल्ले में यमुना तट के किनारे स्थित है. इस मंदिर से थोड़ी दूर पर यमुना में तक्षकेश्वर कुण्ड है. ऐसी मान्यता है कि तक्षक नाग को जब भगवान कृष्ण ने मथुरा से खदेड़ा था तो वह आकर यहीं शरण लिया था.
महाकुम्भ मेला 2025 को ध्यान में रखते हुए नागवासुकी मंदिर का भव्य नवीनीकरण किया गया है. इस मंदिर में पारंपरिक वास्तुकला को आधुनिक सौंदर्यशास्त्र के साथ जोड़ा गया है. यह बहुत ही प्रसिद्ध मंदिर है.
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