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पैसेंजर्स की जासूसी करती थी ये खूबसूरत एयर होस्टेस, 1-1 मूवमेंट करती थी नोट; हैरान कर देगी वजह

Ex-flight attendant Shocking Reveals: एक फ्लाइट अटेंडेंट ने नौकरी छोड़ने के बाद लिखी किताबों में चौकाने वाले खुलासे किए हैं. उसका कहना है कि फ्लाइट अटेंडेंट का काम बेहद चुनौतियों से भरा होता है. अपमानजनक स्थिति बर्दाश्त करने के बावजूद मुस्कुराते हुए जवाब देना पड़ता है. एक चैप्टर में मारिका मिकुसोवा ने अपने पेशे में जासूसी की बात लिखकर सबको हैरान कर दिया है.

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क्या फ्लाइट में एयर होस्टेस आपकी जासूसी करते हैं या वो पैसेंजर्स के मूवमेंट पर नजर रखते हैं? ऐसे सवाल इसलिए क्योंकि एक पूर्व फ्लाइट अटेंडेंट ने किताब 'डायरी ऑफ ए फ्लाइट अटेंडेंट' में खुद जासूसी करने का जिक्र किया है. 35 साल की खूबसूरत फॉर्मर एयर होस्टेस मारिया मिकुसोवा ने लिखा- 'मुझे ऐसा करने की वजह जेम्स बॉन्ड 007 बनने जैसे लेवल की नहीं थी. मैं आपको बताना चाहूंगी कि अमीरात की फ्लाइट्स में केबिन क्रू को सीक्रेट एजेंट जैसा काम करने की जरूरत क्यों पड़ती है'. मारिका मिकुसोवा ने 38000 फीट ऊंचाई पर काम करते हुए अपने 5 साल के अनुभवों को इस किताब में समेटा है. जिसके तीन वॉल्यूम आ चुके हैं.

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मारिया मिकुसोवा ने मेलऑनलाइन ट्रैवल को बताया कि हर 30 मिनट में, खासकर फर्स्ट क्लास में मौजूद केबिन क्रू को 'यात्रियों पर ताक-झांक करना जरूरी होता है ऐसा क्यों? इसके जवाब में उन्होंने लिखा कि वो ऐसा सिर्फ इसलिए करती हैं क्योंकि यह सुनिश्चित कर सकें कि फ्लाइट में मौजूद सभी पैसेंजर्स जिंदा हैं और सांस ले रहे हैं. मारिया अपनी किताब में आगे लिखती हैं कि उनकी ताक-झांक केवल फर्स्ट क्लास के सुइट्स पर लागू होती है क्योंकि वो करीब करीब पूरी गोपनीयता के साथ एक छोटे से केबिन में होते हैं. देखिए बिजनेस-क्लास सीटें खुली होती हैं. इसलिए वहां ऐसे ट्रीटमेंट और इस तरह की टेकनीक की जरूरत नहीं पड़ती. देखिए हमें आम तौर पर सतर्क रहने और आंखे खुली रखने के लिए इसलिए कहा जाता है कि टीम को पता रहे कि पूरी उड़ान के दौरान केबिन में क्या कुछ हुआ. इसका संबंध सेफ्टी मेजर्स से होता है. इसलिए मैं बड़ी जिम्मेदारी से कहती हूं कि यह ख़ुफ़िया जानकारी एकत्र करने का हमारा 007 वाला लेवल नहीं है. 

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डायरी में सीक्रेट एजेंट की भूमिका का उदाहरण देते हुए मारिया लिखती हैं कि हमें उड़ान की शुरुआत से लेकर बोर्डिंग के दौरान और अंत तक यात्रियों की स्कैनिंग/आकलन करना होता है. ऐसा किसी भी तरह की संभावित समस्या को बढ़ने से रोकने के लिए होता है. जैसे किसी पैसैंजर को चिकित्सा की जरूरत तो नहीं है या फिर अगर कोई पैसेंजर नशे में है तो उससे किसी अन्य पैसेंजर को कोई खतरा न हो इसे आप मिसबिहैव की घटनाओं गालीगलौज और मारपीट जैसी स्थितियों को रोकने से जोड़कर देख सकते हैं. इसलिए हम सेवा के दौरान और पूरी उड़ान के दौरान ऐसा करते हैं, यह देखने के लिए कि हमारे सारे यात्री ठीक हैं या नहीं.

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'क्या मारिका ने अपने करियर के दौरान कोई अजीब व्यवहार देखा? एक पॉडकास्ट में उन्होने इस सवाल का जवाब देते हुए कहा- ओह हां! हमारे पास एक जोड़ा था जिसने हमारी गैलरी के ठीक बाहर काफी शो ऑफ किया. हमें पता था कि वो कपल हैं. इसलिए हम दूर से उन पर नज़र रखे थे, अगर कोई जोड़ा सेक्स जैसे एक्टिविटीज करता है, जिससे दूसरे पैसेंजर्स असहज महसूस करते हों तो हम ऐसी चीजों को रोकने के लिए तैयार रहते हैं. खासकर वॉशरूम में ऐसा होने के चांस रहते हैं. हालांकि अगर वो ज्यादा करीब आते तो मैं किसी भी क्षण बीच में कूदकर उन्हें रोकने के लिए तैयार थी. और ऐसा ही हुआ! मेल पैंसेजर ने अचानक अपनी महिला मित्र को किस करते हुए स्मूच करना शुरू दिया. ऐसे में हमें दखल देकर दोनों को उनकी सीट पर वापस भेजना पड़ा. फिर हमने उन पर नजर रखी. समय-समय पर, हम उनके पास जाते थे और सावधानी से उनकी जांच करते थे. कि कहीं वो कंबल के नीचे कुछ ऊंच-नीच तो नहीं कर रहे.'

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अपनी बात को पूरा करते हुए मारिया एक जगह लिखती हैं कि देखिए अगर आप संबंध बनाते हुए पकड़े जाते हैं, तो आप इसके लिए परेशानी में पड़ सकते हैं, खासकर अगर आप अरब देशों की एयरलाइंस से उड़ान भरते हैं. ऐसे में हमें इस तरह की कथित 'जासूसी' (007 वाली नहीं) करनी पड़ती है. मारिका मिकुसोवा की किताब डायरी ऑफ ए फ्लाइट अटेंडेंट अब आ गई है. प्रति ऑर्डर करने के लिए यहां क्लिक करें. आप मारिका को यहां इंस्टाग्राम पर पा सकते हैं.

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