अभिनेता रणदीप हुड्डा और उनकी गर्लफ्रेंड लिन लैशराम ने शादी कर ली है. इन्होंने मणिपुर के अनोखे मैतेई रिवाज से शादी की है, जिसकी तस्वीरें सामने आने के बाद फैंस भी इस शादी की रस्म और रिवाज के बारे में जानना चाहते हैं.
मैतेई रिवाज से शादी एक लंबी और जटिल प्रक्रिया है. इसमें कई रस्में शामिल होती हैं. शादी की शुरुआत दूल्हे के घर से होती है. दूल्हे के परिवार के लोग दूल्हे को तैयार करते हैं और उसे शादी के लिए मणिपुर ले जाते हैं. मणिपुर पहुंचने पर दूल्हे को एक विशेष मंदिर में ले जाया जाता है, जहां उसे एक पुजारी द्वारा शुद्ध किया जाता है. इसके बाद दूल्हे को एक विशेष पोशाक पहनाई जाती है, जिसे 'कप्यंग' कहा जाता है.
दुल्हन की तैयारी भी दूल्हे की तरह ही होती है. दुल्हन को एक विशेष पोशाक पहनाई जाती है, जिसे 'लईशेंग' कहा जाता है. दुल्हन को एक विशेष आभूषण भी पहनाया जाता है, जिसे 'पुक्योंग' कहा जाता है.
शादी की रस्में दूल्हे और दुल्हन के घरों में होती हैं. शादी की सबसे महत्वपूर्ण रस्म है 'मेइतेई विवाह पद्धति'. इस रस्म में दूल्हा और दुल्हन को एक दूसरे के सामने लाया जाता है. दोनों परिवार के लोग दूल्हा और दुल्हन को आशीर्वाद देते हैं. इसके बाद दूल्हा और दुल्हन को एक दूसरे के गले में वरमाला पहनाई जाती है.
शादी के बाद भी कई रस्में होती हैं. इन रस्मों में दूल्हा और दुल्हन के परिवार के लोग शामिल होते हैं. इन रस्मों का उद्देश्य दूल्हा और दुल्हन को एक साथ रहने के लिए आशीर्वाद देना होता है.
मैतेई रिवाज से शादी का इतिहास कई सदियों पुराना है. यह शादी की रस्में प्राचीन काल से ही मणिपुर में प्रचलित हैं. मैतेई लोग एक हिंदू-बौद्ध संस्कृति का पालन करते हैं, और उनकी शादी की रस्में भी इस संस्कृति को दर्शाती हैं.
ट्रेन्डिंग फोटोज़