वैसे तो 90 के दशक में आपने कई सुपरस्टार हीरोइनों को देखा है. आजतक उनके चेहरे नहीं भूले हैं. लेकिन आज बात होगी ऐसी हीरोइन की जो 24 साल बाद भारत लौटी और अब चर्चा का विषय बनी हुई हैं. एक वक्त था जिनके रूप पर लोग मरते थे. आज वह संन्यासी बन गई हैं. चलिए आपको इनकी कहानी से रूबरू करवाते हैं.
90s की हीरोइनों की बात ही अलग थी. उनकी खूबसूरती हो या एक्टिंग सब मामले में वह फिट थीं. उनके रंग रूप के आगे आज की हीरोइनें भी फेल है. बेशक रवीना टंडन हो, दिव्या भारती हो या फिर जूही चावला. लेकिन एक हीरोइन ऐसी थीं जिन्होंने बोल्ड अंदाज से लोगों का ध्यान खींचा. ऐसी एक्ट्रेस जिन्होंने अक्षय कुमार, आमिर से लेकर सलमान खान संग काम किया. मगर फिर ऐसा विवाद हुआ कि देश छोड़ दिया. अब सालों बाद वह भारत लौट आई हैं और संन्यासी बन गई हैं. चलिए इस अदाकारा से रूबरू करवाते हैं.
ये कोई और नहीं बल्कि ममता कुलकर्णी हैं. जो अब 52 साल की हो गई हैं. उन्होंने महाकुंभ के पावन अवसर पर किन्नड़ अखाड़ा महामंडलेश्वर बनने का फैसला लिया है. उन्होंने पिंडदान किया और उन्हें अब नई पहचान मिल गई है. 24 जनवरी को उन्हें महामंडलेश्वर बनाया गया. अब उनका नाम ममता नंद गिरी हो गया है.
जिन एक्ट्रेस को आपने 90 के दशक में खूब बोल्ड अंदाज में देखा, वह महाकुंभ में भगवा रूप में नजर आईं. गले में रूद्राक्ष की माला तो बदन पर भगवा चोला...उनका ये रूप खूब सोशल मीडिया पर छाया रहा. इसी के साथ ये भी साफ हो गया कि वह बॉलीवुड में वापसी नहीं करेंगी.
ममता कुलकर्णी का जन्म 20 अप्रैल 1972 को मिडल क्लास मराठी ब्राह्माण फैमिली में हुआ. उन्होंने बॉलीवुड में वक्त हमारा है, क्रांतिवीर, करण अर्जुन, सबसे बड़ा खिलाड़ी, आंदोलन, बाजी, चाइना गेट, छुपा रुस्तम से लेकर दिलबर जैसी फिल्मों में काम किया. साल 1991 में तमिल फिल्म से करियर की शुरुआत की तो 2003 में बांग्लादेशी फिल्म से करियर पर फुल स्टॉप लगा दिया.
साल 2003 में आई Shesh Bongsodhar नाम की फिल्म में उन्होंने आखिरी बार काम किया था. जहां रोनित रॉय भी नजर आए थे. ममता कुलकर्णी का इस फिल्म में भी खूब चटक-मटक रूप देखने को मिला था. अगर आप इस फिल्म को देखना चाहे तो यूट्यूब पर भी देख सकते हैं. जो कि फुल मसाला फिल्म है.
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