Jammu Kashmir: अनुच्छेद 370 की बरसी पर पाकिस्तान ने फिर अलापा कश्मीर राग, भारत ने ऐसे लगा दी कड़ी फटकार
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Jammu Kashmir: अनुच्छेद 370 की बरसी पर पाकिस्तान ने फिर अलापा कश्मीर राग, भारत ने ऐसे लगा दी कड़ी फटकार

Jammu Kashmir issue in UNSC: जम्मू कश्मीर से अनुच्छेद हटने के 4 साल बाद भी पाकिस्तान इसे पचा नहीं पाया है. उसने एक बार फिर इस मुद्दे को उठाने की कोशिश की लेकिन भारत ने उसे जबरदस्त फटकार लगा दी. 

Jammu Kashmir: अनुच्छेद 370 की बरसी पर पाकिस्तान ने फिर अलापा कश्मीर राग, भारत ने ऐसे लगा दी कड़ी फटकार

Pakistan raised the issue of Jammu and Kashmir in UNSC: आज 5 अगस्त है. आज ही के दिन 5 अगस्त 2019 को भारत सरकार संविधान से अनुच्छेद 370 को निरस्त कर जम्मू- कश्मीर को भारत का अभिन्न हिस्सा बना दिया था लेकिन लगता है कि पाकिस्तान अब भी इस सच्चाई को पचा नहीं पाया है. यही वजह है कि वह रह-रहकर वैश्विक मंचों पर कश्मीर राग अलापता रहता है. उसने शुक्रवार को संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद में एक बार फिर कश्मीर का सुर अलापना शुरू किया लेकिन भारत ने उसे जबरदस्त फटकार लगाते हुए अपने काम से काम रखने की सलाह दे दी. 

अपने काम से काम रखे पाकिस्तान

UNSC में जवाब देने के अधिकार का इस्तेमाल करते हुए भारत ने पाकिस्तान (Pakistan) से कहा है कि वह कश्मीर मुद्दा उठाने और नई दिल्ली के खिलाफ बेतुके आरोप लगाने के बजाय अपने आंतरिक मामलों पर ध्यान दे. संयुक्त राष्ट्र मिशन में भारत के काउंसलर आर मधुसूदन ने सुरक्षा परिषद के सदस्यों से कहा, ‘इस परिषद के समय का सर्वोत्तम इस्तेमाल करने के लिए, मेरा सुझाव है कि संबंधित प्रतिनिधिमंडल मेरे देश के खिलाफ बेतुके आरोप लगाने में संलिप्त होने के बजाय अपने आंतरिक मामलों से निपटने और अपनी सीमा के भीतर व्यवस्था बहाल करने पर ध्यान केंद्रित करें.’

ग्लोबल प्लेटफार्म का किया दुरुपयोग

मधुसूदन संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद (यूएनएससी) में अकाल और संघर्ष के कारण वैश्विक खाद्य असुरक्षा पर खुली चर्चा के दौरान एक पाकिस्तानी प्रतिनिधि द्वारा कश्मीर का मुद्दा (Jammu Kashmir issue in UNSC) उठाए जाने पर जवाब दे रहे थे. मधुसूदन ने कहा, ‘दुर्भाग्य से हमने देखा कि खाद्य सुरक्षा के महत्वपूर्ण विषय से इस परिषद का ध्यान भटकाने के लिए एक प्रतिनिधिमंडल ने फिर से इस मंच का दुरुपयोग किया.’

अपनी आंतरिक समस्याओं पर दे ध्यान

मधुसूदन ने इस बात पर जोर दिया कि भारत की संप्रभुता और क्षेत्रीय अखंडता से समझौता नहीं किया जा सकता है. उन्होंने उन लोगों के साथ चर्चा या बहस में शामिल होना अनावश्यक समझा, जो अपने गैरकानूनी लक्ष्यों को आगे बढ़ाने के लिए आतंकवाद का सहारा लेते हैं. मधुसूदन ने पाकिस्तान को सलाह दी कि वह ‘‘मेरे देश के खिलाफ तुच्छ आरोपों में लिप्त होने के बजाय" आंतरिक मामलों पर ध्यान दे और अपनी सीमाओं के भीतर व्यवस्था बहाल करे.' 

कश्मीर मुद्दे पर भारत ने लगाई फटकार

बताते चलें कि भारत और पाकिस्तान के बीच कई मुद्दों पर तनावपूर्ण संबंध हैं, जिनमें इस्लामाबाद द्वारा सीमा पार आतंकवाद को निरंतर समर्थन और कश्मीर मुद्दा भी शामिल है. भारत का कहना है कि जम्मू कश्मीर (Jammu Kashmir) हमेशा देश का हिस्सा था, है और रहेगा. इस्लामाबाद और नई दिल्ली के बीच द्विपक्षीय संबंध अगस्त 2019 से तनावपूर्ण है, जब भारत ने जम्मू कश्मीर के विशेष दर्जे को खत्म कर दिया था. 

(एजेंसी भाषा)

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