Startup: इस सेक्‍टर में भारत ने चीन की 'चाल' को दी मात, ड्रैगन की डगर है कमजोर!
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Startup: इस सेक्‍टर में भारत ने चीन की 'चाल' को दी मात, ड्रैगन की डगर है कमजोर!

Startup India: भारत में स्टार्टअप अपने पीक पर है. यहां के शहरों में लगातार स्टार्टअप की संख्या बढ़ रही है. यही वजह है कि भारत ग्लोबली इसमें लगातार ऊपर की तरफ बढ़ रहा है, वहीं चीन में इस सेक्टर में गिरावट देखी जा रही है. 2 साल में बीजिंग पहली बार वैश्विक रैंकिंग में 1 रैंक पीछे हो गया है.

प्रतीकात्मक इमेज

China Startup Ranking:  भारत में स्टार्टअप का ग्राफ काफी तेजी से ऊपर जा रहा है. इंडिया के कई शहरों में स्टार्टअप के प्रतिशत में तेजी से उल्लेखनीय वृद्धि हुई है. स्टार्टअप जीनोम नाम के संगठन की ओर से की गई स्टडी में और भी कई अहम जानकारियां निकलकर सामने आई हैं. खास बात ये है कि ओवरऑल भारत ने स्टार्टअप के मामलों में छलांग लगाई है, जबकि चीन इस मामले में पिछले साल की तुलना में थोड़ा पिछड़ा है.    

दिल्ली ने छलांग लगाकर टॉप-30 में बनाई जगह

स्टडी रिपोर्ट के मुताबिक, दिल्ली ने 2021 की तुलना में इस बार 11 स्थान की छलांग लगाते हुए 26वां स्थान हासिल किया है. इस तरह वह पहली बार टॉप 30 में शामिल हुआ है. वहीं बेंगलुरू पिछले साल से एक स्थान ऊपर बढ़कर 22 नंबर पर पहुंच गया है. रिपोर्ट में कहा गया है कि भारत ने 2021 में 44 इकाइयों का उत्पादन किया, और यह बढ़कर 14 बिलियन डॉलर हो गया .

शीर्ष 5 में पुराने ही देशों के नाम

इस रिपोर्ट में बताया गया है कि 2020 और 2021 की तरह ही टॉप 5 में पुराने नामों का ही दबदबा है, जबकि बीजिंग एक स्थान नीचे खिसक गया है, सिलिकॉन वैली पहले स्थान पर है, दूसरे नंबर पर न्यू यॉर्क सिटी और लंदन संयुक्त रूप से हैं. सियोल ने पहली बार टॉप 10 में जगह बनाई है. स्टार्टअप जीनोम ने अपनी रिपोर्ट में उल्लेख किया है कि चीन के ईकोसिस्टम रैंकिंग में गिर गए हैं, जो अन्य ईकोसिस्टम की तुलना में प्रारंभिक चरण के वित्त पोषण में सापेक्ष गिरावट का प्रतिबिंब है.

चीन में दिखी 50 मिलियन से अधिक निकासी

वहीं रिपोर्ट के मुताबिक, बीजिंग सरकारी विनियमन के प्रभाव का अनुभव कर रहा है. 2021 में, चीन ने प्रतिस्पर्धा-विरोधी और डेटा गोपनीयता सहित अन्य मुद्दों पर कई कंपनियों पर नकेल कसी. जुलाई में जब चीनी सरकार अपने एडटेक उद्योग के पीछे चली गई, तो वैश्विक निवेशकों को नुकसान हुआ  और इसने दिसंबर में विदेशी आईपीओ पर प्रतिबंध लगा दिया. 2021 में चीन से 50 मिलियन डॉलर से अधिक की बड़ी निकासी देखी गई. दूसरी ओर बेंगलुरू ने बीजिंग और शंघाई दोनों को उद्यम पूंजी की राशि और 2021 में राउंड की संख्या में हराया है.

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