चंद्रयान-3 पर क्या बोला चीनी मीडिया? रूस के असफल चांद मिशन पर भी कही ये बात
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चंद्रयान-3 पर क्या बोला चीनी मीडिया? रूस के असफल चांद मिशन पर भी कही ये बात

Chinese Media: रूस के लूनर मिशन लूना-25 का रविवार को चंद्रमा की सतह पर क्रैश लैंडिंग चर्चा का विषय बना हुआ है. खुद रूस के अधिकारियों ने इसकी पुष्टि करते हुए बताया कि लूना-25 स्पेसक्रॉफ्ट नियंत्रण से बाहर होने के बाद चांद की सतह पर क्रैश हो गया है.

चंद्रयान-3 पर क्या बोला चीनी मीडिया? रूस के असफल चांद मिशन पर भी कही ये बात

Chandrayaan-3 Mission: चंद्रयान-3 भारत के चांद मिशन को लेकर चंद्रमा की तरफ बढ़ रहा है, देशवासियों की उम्मीदें और शुभकामनाएं चंद्रयान-3 के साथ हैं. देश और दुनिया भर से इस पर प्रतिक्रियाओं का भी दौर जारी हैं. इसी बीच रूस का मून मिशन फेल हो गया है. हुआ यह कि रूस के लूनर मिशन लूना-25 का रविवार को चंद्रमा की सतह पर क्रैश लैंडिंग चर्चा का विषय बना हुआ है. खुद रूस के अधिकारियों ने इसकी पुष्टि करते हुए बताया कि लूना-25 स्पेसक्रॉफ्ट नियंत्रण से बाहर होने के बाद चांद की सतह पर क्रैश हो गया है. इस पर चीनी मीडिया की तरफ से भी प्रतिक्रिया सामने आई है. चीनी मीडिया में ना सिर्फ रूसी मिशन पर चर्चा हो रही है बल्कि वहां से भारत के चंद्रयान-3 पर भी प्रतिक्रिया सामने आई है.

चंद्रयान-3 का जिक्र
दरअसल, चीन की अग्रणी समाचार एजेंसी ग्लोबल टाइम्स ने अपने एक लेख में इस पर बयान छापा है. इसमें लिखा गया कि यह संयोग ही है कि जिस दिन रूस ने लूना-25 के क्रैश होने की सूचना दी है उसी दिन रविवार को भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान एजेंसी ने बताया कि उसका चंद्रयान चांद के करीब पहुंच गया है. उम्मीद है कि 23 अगस्त की शाम को चंद्रयान-3 चांद के दक्षिणी ध्रुव पर लैंड करेगा. इस लेख में चंद्रयान-3 पर इतनी ही बात छापी गई है. इसके अलावा पूरे लेख का लब्बोलुआब रूस के चांद मिशन लूना-25 के ही इर्द-गिर्द रहा है.

रूस की तारीफ के साथ तंज भी!
एक तरफ चीनी अखबार ने यह जरूर लिखा कि रूस को सिर्फ इसलिए कम नहीं आंका जाना चाहिए कि उसका मून मिशन फेल हो गया है लेकिन दूसरी तरफ उसने इस मिशन को लेकर रूस पर तंज भी कस दिया है. उसने लिखा कि रूस ने इस मिशन के माध्यम से यह दिखाने की कोशिश की थी कि उसकी राष्ट्रीय प्रोद्योगिकी सही से काम कर रही है जबकि यूक्रेन और नाटो के साथ संघर्ष चल ही रहा है. रूस के इस मिशन की विफलता से रूस की महत्वाकांक्षाओं को झटका लगने की आशंका है.

मालूम हो कि यूक्रेन मुद्दे को लेकर चीन की तरफ से रूस पर लगातार प्रतिक्रियाएं आती रही हैं. बता दें कि इधर चंद्रयान-3 की लैंडिंग के लिए तय 23 अगस्त 2023 की शाम के समय इसरो की तरफ से कवायद शुरू हो जाएगी. चंद्रयान-3 चांद के दक्षिणी पोल पर लैंड करेगा. इसी बीच वैज्ञानिकों का मानना आने वाले कुछ क्षण इस मिशन के लिए काफी महत्वपूर्ण होने वाले हैं. हालांकि इसरो ने बताया कि चंद्रयान-3 के लैंडर मॉड्यूल को चांद के करीब ले जाने वाली प्रक्रिया सफलतापूर्वक पूरी कर ली गई है.

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