अनवर उल हक बने PAK के केयरटेकर PM, शहबाज शरीफ के इस्तीफे के बाद हुआ ऐलान
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अनवर उल हक बने PAK के केयरटेकर PM, शहबाज शरीफ के इस्तीफे के बाद हुआ ऐलान

Caretaker PM: आखिरकार लंबी खींचतान के बाद पाकिस्तान में नई सरकार का गठन कर दिया गया है. इसी कड़ी में अवनर उल हक को कार्यवाहक प्रधानमंत्री के रूप में चुना गया है. यह सब तब हुआ है जब चुनाव के चलते शहबाज शरीफ ने इस्तीफा दिया है.

अनवर उल हक बने PAK के केयरटेकर PM, शहबाज शरीफ के इस्तीफे के बाद हुआ ऐलान

Anwaarul Haq Kakar: पाकिस्तान के निवर्तमान प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ के इस्तीफे के बाद से मचे सियासी घमासान के बीच अनवर उल हक काकर को पाकिस्तान के कार्यवाहक प्रधानमंत्री के रूप में चुना गया है. बताया गया है कि शहबाज शरीफ और नेशनल असेंबली में विपक्ष के निवर्तमान नेता राजा रियाज के बीच बलूचिस्तान से अनवर-उल-हक काकर के नाम पर सहमति बनी. यह भी बताया गया है कि शनिवार को ही अनवर उल हक शपथ ले सकते हैं. पाकिस्तानी प्रधानमंत्री कार्यालय के भी एक बयान में कहा गया है कि बलूचिस्तान के सांसद सीनेटर अनवर-उल-हक काकर को कार्यवाहक प्रधानमंत्री के रूप में चुना गया है.

शहबाज शरीफ का कार्यकाल खत्म 
अनवर उल हक काकर बलूचिस्तान से सांसद हैं. पाकिस्तानी मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक 9 अगस्त को संसद के भंग होने के साथ ही शहबाज शरीफ का कार्यकाल भी खत्म हो गया था. पाकिस्तानी संविधान के मुताबिक आम चुनाव के दौरान कार्यवाहक प्रधानमंत्री के चुने जाने की आखिरी तारीख शनिवार को ही थी. इसलिए शहबाज शरीफ ने अपने विश्वासपात्र अनवर उल हक काकर को नया प्रधानमंत्री चुना है.

राष्ट्रपति अल्वी ने लिखा था पत्र 
वहीं हाल ही में पाकिस्तान के राष्ट्रपति आरिफ अल्वी ने शहबाज शरीफ को पत्र लिखकर जल्द से जल्द नया कार्यवाहक प्रधानमंत्री नियुक्त करने को कहा था. शहबाज शरीफ को लिखे पत्र में राष्ट्रपति अल्वी ने लिखा था कि पाकिस्तान के संविधान के अनुच्छेद 224 में प्रावधान है कि प्रधानमंत्री और निवर्तमान नेशनल असेंबली में विपक्ष के नेता 12 अगस्त से पहले कार्यवाहक प्रधानमंत्री की नियुक्ति के लिए प्रस्ताव दे सकते हैं. राष्ट्रपति के पत्र पर प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए शरीफ ने नाराजगी दिखाई थी और कहा था कि वह इस पत्र से निराश हैं.

अनवर उल हक काकर का राजनीतिक सफर
पाकिस्तान की जियो न्यूज के मुताबिक अनवर उल हक काकर 2018 में सीनेट के लिए चुने गए थे और काफी सक्रिय राजनेता रहे हैं. उच्च सदन के लिए चुने जाने से पहले उन्होंने प्रांतीय सरकार के प्रवक्ता के रूप में भी काम किया है. काकर को देश के चर्चित बुद्धिजीवियों में गिना जाता है. वे बलोच की पश्तून से संबंधित काकर जनजाति से ताल्लुक रखते हैं. इसलिए वह पश्तून और बलूच दोनों का प्रतिनिधित्व करते हैं.

बताया जाता है कि अनवर उल हक काकर के पीएमएल-एन और पीपीपी सहित मुख्यधारा के राजनीतिक दलों के साथ भी अच्छे संबंध हैं. उनके पास राजनीति विज्ञान और समाजशास्त्र में मास्टर डिग्री है. उन्होंने बलूचिस्तान विश्वविद्यालय से पढ़ाई की है. फिलहाल वे पाकिस्तान के कार्यवाहक प्रधानमंत्री चुने गए हैं.

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